कोलकाता। ऑटो कंपनी टोयोटा अपने बहुद्देशीय वाहन इनोवा का पेट्रोल मॉडल पेश करने के लिए काम कर रही है। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 2000 सीसी व इससे अधिक क्षमता वाली डीजल कारों के रजिस्ट्रेशन पर प्रतिबंध से उसकी बिक्री प्रभावित हुई है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के उपाध्यक्ष शैलेश शेट्टी ने कहा, देश के अन्य भागों में दिल्ली-एनसीआर सबसे बड़ा बाजार है। चूंकि वहां इनोवा व फोर्च्यूनर की बिक्री रुक गई है तो इसका कुल बिक्री पर अच्छा खासा असर होगा।
उन्होंने कहा, पिछले साल हमने देश में 1.39 लाख कारें बेचीं थीं। इस साल बिक्री आंकड़ा इसी दायरे में रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, सरकारी नियमों के तहत हम सभी उत्सर्जन नियमों का पालन कर रहे हैं, डीजल अच्छा ईंधन है और हमें उम्मीद है कि यह प्रतिबंध एक दिन समाप्त होगा। हालांकि, हम इनोवा के पेट्रोल मॉडल पर काम कर रहे हैं। देश में इनोवा की मासिक बिक्री 8,000-9,000 है और कंपनी दिसंबर के आखिर में प्रतिबंध के बाद दिल्ली-एनसीआर में एक भी इनोवा या फोर्च्यूनर नहीं बेच पाई है।
होंडा की चालू वित्त वर्ष में दोहरे अंक में वृद्धि पर नजर
होंडा कार इंडिया नई गाडि़यों के बल पर वित्त वर्ष 2016-17 में दोहरे अंक में वृद्धि का लक्ष्य लेकर चल रही है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में डीजल कार को लेकर अनिश्चितता समेत कई चुनौतियों को सामना किया। होंडा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री) जनेश्वर सेन ने कॉम्पैक्ट एसयूवी मॉडल बीआर-5 पेश किए जाने के मौके पर कहा, हम इस साल दोहरे अंक में वृद्धि की उम्मीद करते हैं।
होंडा ने वित्त वर्ष 2015-16 में 1.92 लाख वाहन बेचे, जो सालाना आधार पर केवल 2.0 प्रतिशत वृद्धि को बताता है। सेन ने कहा कि पिछला साल चुनौतियों भरा रहा, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में डीजल कारों को लेकर प्रतिबंधात्मक गतिविधियों के कारण पेट्रोल गाडि़यों पर जोर तथा बुनियादी ढांचा उपकर समेत अन्य चीजें शामिल हैं। उन्होंने कहा, प्रतिबंध से न केवल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में डीजल कारों की बिक्री प्रभावित हुई है बल्कि दूसरे शहरों में भी इसका प्रभाव पड़ा है।
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