आज से लागू हुए 'सबसे कड़े' अमेरिकी प्रतिबंध, ईरान ने कहा हम पर नहीं होगा कोई असर
वैश्विक तेल बाजार में आज से नई हलचल का दौर शुरू हो गया है। सोमवार से ईरान के तेल और वित्तीय क्षेत्र के लिए अब तक के सबसे कड़े अमेरिकी प्रतिबंध लागू हो गए हैं।
वैश्विक तेल बाजार में आज से नई हलचल का दौर शुरू हो गया है। सोमवार से ईरान के तेल और वित्तीय क्षेत्र के लिए अब तक के सबसे कड़े अमेरिकी प्रतिबंध लागू हो गए हैं। बता दें कि यह अमेरिकी प्रतिबंधों का दूसरा चरण है। इससे पहले पहले स्तर के प्रतिबंधों को 7 अगस्त से लागू किया गया था। ये प्रतिबंध अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा ईरान के साथ 2015 में हुए परमाणु समझौता तोड़े जाने के बाद लागू किए गए हैं। बता दें कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा 2015 में ईरान के साथ बहुराष्ट्रीय परमाणु समझौता किया गया था।
इस अमेरिकी प्रतिबंधों का सबसे बुरा असर भारत जैसे विकासशील देशों पर पड़ेगा। क्योंकि ये देश की सबसे ज्यादा ईरान से तेल खरीदते हैं। ईरान दुनिया का प्रमुख तेल उत्पादक देश है। ऐसे में इस प्रतिबंध का असर वैश्विक तेल बाजार पर भी पड़ेगा। हालांकि अमेरिका ने फिलहाल 13 देशों को ईरान से तेल मंगाने पर छूट दे रखी है। तुकी ने घोषणा की है कि उसे यह छूट हासिल है। भारत, दक्षिण कोरिया, जापान और ईराक को भी इसका फायदा मिल सकता है। इन देशों की सूची सोमवार को ही जारी होगी।
ईरान ने कहा हम पर कोई असर नहीं
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि इस्लामिक गणराज्य सोमवार से प्रभावी हुए अमेरिकी प्रतिबंधों की गर्व के साथ उपेक्षा करेगा। टेलीविजन पर भाषण में रूहानी ने कहा, ‘‘ मैं घोषणा करता हूं कि हम आपके गैरकानूनी, अनुचित प्रतिबंधों की गर्व के साथ उपेक्षा करेंगे क्योंकि ये अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ जाकर लगाए गए हैं।’’
भारत चीन पर स्थिति स्पष्ट नहीं
ईरान के खिलाफ सोमवार से प्रभावी हुए अमेरिका के अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंधों के बारे में ट्रंप प्रशासन का कहना है कि उसे इस बात का भरोसा है कि ईरान के शासन के बर्ताव को बदलने में ये असरदार सबित होंगे। हालांकि उन्होंने यह सवाल टाल दिया कि क्या भारत और चीन ने अमेरिका को यह पक्का भरोसा दिलाया है कि छह महीने के भीतर वे तेहरान से तेल खरीद पूरी तरह बंद कर देंगे।