नई दिल्ली। भारत की आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा भले ही उत्तर भारत के राज्यों में बसता हो लेकिन जब देश के खर्चों को चलाने के लिए राज्यों से आने वाले टैक्स की बात हो तो पश्चिम भारत के राज्य सबसे आगे रहते हैं। भारत में सबसे ज्यादा टैक्स पश्चिम भारत के महाराष्ट्र और गुजरात से ही आता है। आयकर विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वित्तवर्ष 2016-17 के दौरान भारत में इकट्ठे हुए कुल डायरेक्ट टैक्स का 37 प्रतिशत हिस्सा अकेले महाराष्ट्र से आया है। यानि देश में सबसे ज्यादा टैक्स चुकाने वाला राज्य महाराष्ट्र है।
आयकर विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2016-17 के दौरान महाराष्ट्र से 3.14 लाख करोड़ रुपए का टैक्स आया है। हालांकि महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर उत्तर भारत में स्थित दिल्ली का स्थान है, वित्तवर्ष 2016-17 में इकट्ठे हुए कुल डायरेक्ट टैक्स का 13 प्रतिशत हिस्सा दिल्ली से आया है, इस दौरान दिल्ली ने डायरेक्ट टैक्स में 1.08 लाख करोड़ रुपए का योगदान दिया है। तीसरे नंबर पर 85,920 करोड़ रुपए के साथ कर्नाटक, चौथे नंबर पर 60,077 करोड़ रुपए के साथ तमिलनाडू और पांचवे नंबर पर 38,808 करोड़ रुपए के डायरेक्ट टैक्स के साथ गुजरात का स्थान है।
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