अहमदाबाद। पीने और सिंचाई का पानी बचाने के लिए नर्मदा बांध प्राधिकरण ने अपने छह 250 मेगावाट के पनबिजली उत्पादन टर्बाइन छह महीने से अधिक समय से बंद किए हुए हैं, जिससे 2013-14 में बिजली उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद से अब तक सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई है। यह बात एक अधिकारी ने कही।
नर्मदा जिले के केवडि़या में स्थित सरदार सरोवर बांध के नर्मदा नदी की धारा पर रिवर बेड पावर हाउस (आरबीपीएच) टर्बाइन पिछले साल कम बारिश के कारण अक्टूबर से बंद पड़े हैं। अधिकारी ने कहा कि ऐसा इस गर्मी में पानी की कमी के दौरान गुजरात और राजस्थान को पेयजल की आपूर्ति के लिए पानी बचाने के लिए किया जा रहा है।
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माना जाता है कि गुजरात में पानी की किल्लत के कारण आरबीपीएच के बंद रहने का सबसे लंबा दौर है। सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक एम बी जोशी ने कहा कि आरबीपीएच बंद रखने का फैसला नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण (एनसीए) द्वारा किए गए पानी के लेखे-जोखे के बाद किया गया।
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