नई दिल्ली। मैगी विवाद से उबरने के बाद नेस्ले इंडिया ने अपने उत्पादों को लेकर आक्रामक रुख अपनाया है। उसकी योजना विभिन्न श्रेणियों में 25 उत्पाद पेश करने की ताकि पतंजलि जैसी नई प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से मिल रही चुनौती से निपटा जा सके। कंपनी का दावा है कि इंस्टेंट नूडल्स बाजार में उसकी हिस्सेदारी 55.5 फीसदी है। हालांकि पिछले साल मैगी पर प्रतिबंध से हुए 500 करोड़ के नुकसान से वित्तीय तौर पर पूरी तरह उबरने में अभी कुछ और तिमाहियों का वक्त लगेगा।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कहा, हमने तूफान का सामना किया है और अभी भी दो मामले अदालत में लंबित पड़े हैं। अब समय आ गया है कि हम इस लहर पर सवार हों।
इस क्रम में नेस्ले की योजना अपने मौजूदा ब्रांड में फिर से जान फूंकने की है। इसके अलावा वह नए उत्पादों और नयी श्रेणियों में प्रवेश कर रही है जिसमें बच्चों, युवा महिलाओें और व्यस्कों के लिए एक पूरी श्रेणी शामिल है। उसका जोर शहरी बाजार की ओर है। उन्होंने कहा कि इन नए उत्पादों में मैगी के सात नए संस्करणों के साथ-साथ, डेयरी, चॉकलेट, कन्फेक्शनरी, चाय और कॉफी के नए उत्पाद शामिल हैं।
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