बिटकॉइन की तेजी इसके आगे कुछ भी नहीं, एक महीने में इस क्रिप्टोकरेंसी में आया 1000% का उछाल
नई दिल्ली। अगले तीन साल के भीतर एक बिटकॉइन की कीमत 10 लाख डॉलर होने का अनुमान है, जो अभी तक के सबसे असाधारण अनुमानों से एक है। इसमें कोई शक नहीं है कि बिटकॉइन को लेकर पूरी दुनिया में खबरों का बाजार गर्म है। अभी तक इसमें सालाना आधार पर 1500 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है और पिछले एक महीने में इसकी वैल्यू में 115 प्रतिशत का उछाल आया है। लेकिन एक कम लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी भी यहां है जिसके आगे बिटकॉइन की तेजी भी शर्मा जाए।
पिछले एक महीने में अकेले इस क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू में 1000 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है। इस क्रिप्टोकरेंसी का नाम है IOTA (आयोटा), जो मार्केट कैपिटालाइजेशन के मामले में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बन गई है। पहले तीन स्थानों पर क्रमश: बिटकॉइन, इथेरियम और बिटकॉइन कैश हैं।
7 नवंबर को आयोटा का मूल्य 0.38 डॉलर था जो 7 दिसंबर 2017 को बढ़कर 4.14 डॉलर हो गया। इस एक महीने में इसमें 980 प्रतिशत की तेजी आई है। दिसंबर में अब तक यह ई-करेंसी 180 प्रतिशत तक वृद्धि कर चुकी है। coingecko.com के मुताबिक IOTA इंटरनेट ऑफ थिंग्स के लिए एक डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर है। यह पहला ऐसा लेजर है जिसके साथ माइक्रोट्रांजैक्शन होते हैं और इसके लिए कोई शुल्क नहीं लगता साथ ही साथ यह सुरक्षित डाटा ट्रांसफर करता है। माइक्रोसॉफ्ट जैसी प्रमुख कंपनियों के साथ गठजोड़ की घोषणा के बाद से IOTA की कीमत में यह वृद्धि हुई है।
बाजार पूंजीकरण के मामले में बिटकॉइन का सबसे ज्यादा मार्केट कै है। इसका मार्केट कैप 18.64 लाख करोड़ रुपए है। इसके बाद इथेरियम का नंबर है, जिसका मार्केट कैप 2.80 लाख करोड़ रुपए है। तीसरे स्थान पर बिटकॉइन कैश है, जिसका मार्केट कैप 1.66 लाख करोड़ रुपए है। 0.71 लाख करोड़ रुपए मार्केट कैप के साथ IOTA चौथे स्थान पर है।
रुपए में एक IOTA यूनिट की कीमत 258 रुपए है। वहीं बिटकॉइन की कीमत 11 लाख रुपए, इथेरियम की 29,100 रुपए और बिटकॉइन कैश की 98,000 रुपए है। क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है, जिसे इलेक्ट्रॉनिकली बनाया और स्टोर किया जाता है। इसका कोई फिजिकल रूप नहीं है। इस करेंसी को दुनिया के किसी भी केंद्रीय बैंक ने मान्यता नहीं दी है। भारत में आप IOTA को सीधे नहीं खरीद सकते हैं लेकिन Binance सहित कुछ बेवसाइट पर आप इसे बिटकॉइन से एक्सचेंज कर सकते हैं। IOTA की स्थापना 2015 में डेविड संसटेबो, सर्गी इवानचेग्लो, डोमिनिक शाइनर और सरगुई पोपोव ने की थी।