नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने सोमवार को संकेत दिया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लिए नीतिगत ब्याज दर में कमी की गुंजाइश शायद कम ही हो क्योंकि वृद्धि दर बढ़ रही है और महंगाई भी बढ़ी है। भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की आगामी समीक्षा की घोषणा 7 फरवरी को करेगा। पिछले साल अगस्त से ही उसने नीतिगत ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है।
केंद्रीय बैंक द्वारा नीतिगत ब्याज दर में कटौती की संभावना संबंधी एक सवाल पर सुब्रमणियन ने कहा कि परिभाषा के स्तर पर अगर वृद्धि दर बढ़ रही है और महंगाई में तेजी है, तो ऐसे में मौद्रिक नीति में नरमी की गुंजाइश कम होती है। परिभाषा के रूप में तो यही सच है।
इसके साथ ही सुब्रमणियन ने कहा कि उनके लिए ब्याज दर में कटौती के बारे में कोई टिप्पणी करना उचित नहीं होगा क्योंकि यह तो केंद्रीय बैंक के क्षेत्राधिकार में आता है। रिजर्व बैंक ने इससे पहले दो अगस्त 2017 को नीतिगत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की थी।
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