नई दिल्ली। देश में बढ़ते ऑटोमेशन के चलते पहली बार बड़े पैमाने पर नौकरियां जा सकती है। टेक्सटाइल सेक्टर की बड़ी और मशहूर कंपनी रेमंड अगले तीन साल में अपने मैन्युफैक्चरिंग सेंटर्स में काम कर रहे 10 हजार लोगों को नौकरियों से हटाकर रोबोट्स को ला सकते है।
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10 हजार लोगों को हटाने की तैयारी
अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में रेमंड्स के सीईओ संजय बहल ने कहा कि देशभर में कंपनी के 16 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स है। जिनमें 30 हजार लोग काम कर करते हैं। सभी प्लांट में करीब-करीब 2,000 लोग काम करते हैं। टेक्नॉलजी के जरिए हम नौकरियों की संख्या घटाकर 20,000 पर लाने की संभावना तलाश रहे हैं। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया जाएगा। एक रोबॉट करीब 100 वर्करों का काम अकेले कर सकता है। अभी चीन में ऐसा हो रहा है और अब भारत में भी होगा।
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अगले पांच साल में 6.4 लाख लोगों की जा सकती है नौकरी
अमेरिका की एक रिसर्च फर्म ने अनुमान जताया कि अगले पांच सालों में इंडियन आईटी सर्विसेज इंडस्ट्री में 6.4 लाख लो-स्किल्ड जॉब्स ऑटोमेशन की भेंट चढ़ जाएंगे। 160 अरब डॉलर (करीब 10.69 लाख करोड़ रुपये) की आईटी इंडस्ट्री नौकरियां देने के मामले में सर्विस सेक्टर की बड़ी इंडस्ट्री है। लेकिन, एक किरण उम्मीद की भी दिख रही है। एचएफएस की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि प्रक्रिया आधारित नौकरियां तो जाएंगी, लेकिन आईटी इंडस्ट्री में हाई स्किल्ड जॉब्स में 56 प्रतिशत की वृद्धि होगी। जिन क्षेत्रों में अच्छी सैलरी के साथ बड़ी तादाद में लोगों की मांग होगी, उनमें बिग डेटा ऐनालिटिक्स, मशीन लर्निंग, मोबिलिटी, डिजाइन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस शामिल हैं।
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