चंडीगढ़: सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने हरियाणा सरकार से 5जी नेटवर्क परिक्षण के कारण कोविड-19 के फैलने की अफवाहों पर तुरंत अंकुश लगाने का अनुरोध किया है। हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव विजयी वर्धन को रविवार को लिखे पत्र में दूरसंचार ऑपरेटरों के इस फोरम ने कहा है कि कुछ असामाजिक तत्व यह अफवाह फैला रहे है कि लोगों को कोविड19 की स्वास्थ संबंधी परेशानी कोरोना संक्रमण के कारण नहीं बल्कि 5जी इंटरनेट के परिक्षण के कारण हो रही है।
दूरसंचार संघ ने कहा, ‘‘हम आपके ध्यान में लाना चाहेंगे कि पिछले दो सप्ताह के दौरान ग्रामीण इलाकों और अर्ध शहरी क्षेत्रों में इस तरह की अफवाह फ़ैल रही है कि 5जी परिक्षण के कारण लोगों की मौत हो रही हैं। इसी तरह की अफवाहे हरियाणा में लगातार बढ़ रही है।’’ उसने कहा कि ऑपरेटरों ने हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ को 5जी परिक्षण करने वाली जगहों में शामिल ही नहीं किया है तब भी ये अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
गौरतलब है कि भारतीय किसान संघ के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने भी हाल ही में 5जी परिक्षण के कारण कोरोना संक्रमण के फ़ैलने की बात कही थी। उसने कहा कि ऐसा देखा गया है कि हरियाणा में कई किसान समूह 5जी परिक्षण से जुड़ी अफवाहों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई किसान करीब पिछले छह महीने से दिल्ली की तीन सीमाओं पर बैठे हैं और नए तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
संघ ने कहा, ‘‘5जी परिक्षण को लेकर गलत सूचना और अफवाहें फैलाई जा रही हैं। यह साबित करने के लिए कोई सबूत या तथ्य नहीं है कि 5जी सेवाओं के कारण कोविड का कोई हानिकारक प्रभाव है।’’ इससे पहले दूरसंचार विभाग (डॉट) ने भी कहा था कि 5जी तकनीक और कोरोना संक्रमण के प्रसार का आपस में कोई लेना देना नहीं है। उसने लोगों ने भ्रमित न होने और गलत जानकारी साझा नहीं करने का भी आग्रह किया था। डॉट ने कहा कि देश में अभी तक कही भी 5जी इंटरनेट का परिक्षण शुरू नहीं हुआ है।
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