Good News: Tech Mahindra ने खोजी कोरोना वायरस की दवाई, बारिसिटिनिब को मिली आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी
एफडीए द्वारा मंजूर 8000 दवाओं की सूची में से 10 औषधीय रासयनिक अणुओं की पहचान की और उन पर अपने भागीदारों के साथ बेंगलुरु में आगे अनुसंधान शुरू किया।
नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टेक महिंद्रा औषधि कंपनी रीगेन बायोसाइसेंज के साथ मिल कर एक ऐसी दवा के पेटेंट का आवेदन किया है, जो कोरोना वायरस के शमन में कारगर हो सकती है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। टेक महिंद्रा के तकनीकी नवप्रवर्तन विभाग के वैश्विक प्रमुख एवं कंपनी की मार्कर्स लैब पहल के प्रकुख निखिल मल्होत्रा ने बताया कि रीगेन के साथ मिलकर पेटेंट हासिल करने के लिए आवेदन की तैयारी चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस दवा का अभी और परीक्षण किया जाएगा।
मार्कर्स लैब टेक महिंद्रा की अनुसंधान एवं विकास इकाई है। मल्होत्रा ने कहा कि हमने एक औषधीय रसायन का विकास किया है जो कोराना वायरस के शमन में कारगर हो सकता है। हमने संयुक्त रूप से इस पर अपना पेटेंट कराने का आवेदन कर दिया है। हम यह प्रक्रिया पूरी होने से पहले इस औषधीय योगिक का नाम सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं। इस अवयव के विकास में दोनों कंपनियों का योगदान है। मार्कर्स लैब ने कोरोना वायरस का गणितीय प्रतिरूपण के आधार पर विश्लेषण किया है।
आणविक प्रतिरूपण अध्ययन के आधार पर टेक महिंद्रा और इस शोध में उसके साथ काम कर रही जैव प्रौद्योगिकी कंपनी रीगेन ने अमरीकी औषधि विनियामक एफडीए द्वारा मंजूर 8000 दवाओं की सूची में से 10 औषधीय रासयनिक अणुओं की पहचान की और उन पर अपने भागीदारों के साथ बेंगलुरु में आगे अनुसंधान शुरू किया। इस अनुसंधान में एक त्रि-बीमीय फेफड़े का सृजन कर इन अणुओं का परीक्षण शुरू किया गया। मल्होत्रा ने बताया कि इनमें एक अणु हमारे अनुसंधान के अनुकूल पाया गया। उन्होंने कहा कि हमने गणितीय विश्लेषण और हमारे भागीदारों ने चिकित्सकीय परीक्षण किए। उन्होंने कहा कि यह अनुसंधान गणितीय विश्लेषण प्रौद्योगिकी के आधार पर भविष्य में नई दवाओं की खोज की प्रौद्योगिकी तैयार करने का प्रयास भी है।
कोविड-19 के इलाज में बारिसिटिनिब के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली
दवा विनिर्माता नेटको फार्मा ने सोमवार को कहा कि उसे भारत में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से कोविड-19 से संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए बारिसिटिनिब टैबलेट के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल गई है। सीडीएससीओ दवाओं को मंजूरी देने, नैदानिक परीक्षणों के संचालन, दवाओं के मानकों को लागू करने, देश में आयातित दवाओं की गुणवत्ता पर नियंत्रण रखने और राज्य दवा नियंत्रण संगठनों के साथ समन्वय के लिए जिम्मेदार है।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि नेटको फार्मा लिमिटेड को भारत में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से बारिसिटिनिब टैबलेट (एक एमजी, दो एमजी और चार एमजी क्षमता वाली) के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल गई है।’’ कंपनी ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज में रेमडेसिविर के साथ बारिसिटिनिब टैबलेट का उपयोग किया जाता है।
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