मुंबई। टेक महिंद्रा ने कहा है कि उसने पमेंट बैंक शुरू करने की योजना को रद्द कर दिया है। उसका कहना है कि इस क्षेत्र में बढ़ रहे प्रतियोगियों की वजह से उसके मार्जिन पर असर पड़ सकता है। टेकमहिंद्रा पेमेंट बैंक का लाइसेंस लौटाने वाली तीसरी कंपनी बन गई है। इससे पहले सन फार्मा के प्रमोटर दिलीप सांघवी और चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी भी पेमेंट बैंक की स्थापना न करने की घोषणा कर चुके हैं।
टेक महिंद्रा ने कहा कि वह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अपना पेमेंट बैंक लाइसेंस सरेंडर करेगी। रिजर्व बैंक ने फरवरी 2015 में पेमेंट बैंक शुरू करने के लिए 41 आवेदन हासिल किए थे, जिसमें से 11 को अगस्त में अंतिम सैद्धांतिक मंजूरी दी गई थी। इन 11 में से 3 ने लाइसेंस वापस करने की बात कही है, अब मैदान में सिर्फ 8 कंपनियां शेष बची हैं।
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चौथी तिमाही में मुनाफा बढ़कर 897.08 करोड़ रुपए
आईटी सेवा कंपनी टेक महिंद्रा ने कहा कि उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 31 मार्च 2016 को समाप्त तिमाही में लगभग दोगुना होकर 897.08 करोड़ रुपए हो गया। मुंबई स्थित इस कंपनी ने गत वर्ष इसी तिमाही में लगभग 472 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी का कारोबार जनवरी मार्च तिमाही 2016 में 12.5 फीसदी बढ़कर 6,83.73 करोड़ रुपए हो गया, जो कि गत वर्ष की इसी तिमाही में 6,116.79 करोड़ रुपए रहा था। इसी तरह समूचे वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध लाभ 18.7 फीसदी बढ़कर 3,118 करोड़ रुपए हो गया, जबकि कारोबार 17.1 फीसदी बढ़कर 26,494 करोड़ रुपए हो गया।
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