वाशिंगटन/नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने कहा कि एपिक सिस्टम्स मामले में कोई आईपी (बौद्धिक संपदा) का उल्लंघन नहीं हुआ और वह अपनी स्थिति को बनाए रखने के लिए ऊंची अदालत में अपील करेगी। मुंबई की इस कंपनी ने कहा कि वह आईपी की सुरक्षा और साथ ही अपनी साख एवं वित्तीय हितों के लिए प्रतिबद्ध बनी रहेगी। गौरतलब है कि अमेरिका की एक अदालत ने भारत के टाटा समूह की दो कंपनी टीसीएस और टाटा अमेरिका इंटरनेशनल कॉर्प पर 94 करोड़ डॉलर (करीब 6265 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया है।
एपिक सिस्टम्स ने 2014 में दर्ज कराया था मामला
टीसीएस ने कहा कि उसे हाल ही में अदालत का आदेश प्राप्त हुआ है और वह कानूनी प्रक्रियाओं में पूर्ण विश्वास रखती है। गौरतलब है कि अमेरिकी राज्य विस्कॉन्सिन में एक अदालत (फेडरल ग्रांड ज्यूरी) ने व्यवस्था दी कि इन दोनों कंपनियों को एपिक सिस्टम्स का सॉफ्टवेयर चोरी करने के लिए कम से कम 24 करोड़ डॉलर देने चाहिए। इसके अलावा टाटा को 70 करोड़ डॉलर दंडात्मक हर्जाने के तौर पर देने होंगे। एपिक सिस्टम्स ने टाटा की दोनों कंपनियों के खिलाफ अक्टूबर 2014 में अमेरिका के मेडिसन में एक जिला अदालत में मुकदमा दायर किया था। एपिक ने इन कंपनियों पर गोपनीय सूचना, दस्तावेज और डाटा चुराने के लिए व्यापार गोपनीयता के उल्लंघन का मामला दायर किया था।
टीसीएस करेगी ऊंची अदालत में अपील
भारत की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने कहा कि एपिक सिस्टम्स मामले में कोई आईपी का उल्लंघन नहीं हुआ और वह अपनी स्थिति को बनाए रखने के लिए ऊंची अदालत में अपील करेगी।
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