नई दिल्ली। टाटा प्रोजेक्ट्स नए संसद भवन का निर्माण करेगा। कंपनी ने 862 करोड़ रुपये की लागत के साथ भवन के निर्माण के लिए बोली जीत ली है। कंपनी ने ये बोली निकटतम प्रतिदंविदी से आधी फीसदी से भी कम अंतर के साथ जीता, वहीं बोली की रकम सरकारी अनुमान से भी 8 फीसदी कम है। सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट यानि सीपीडब्लूडी ने आज भवन निर्माण के लिए बोलियों को खोला था। इसमें टाटा प्रोजेक्टस की बोली सबसे कम 861.9 करोड़ रुपये थी। वहीं प्रतिद्वंदी एल एंडटी ने 865 करोड़ रुपये के लिए बोली दी थी। अनुमान है कि प्रोजेक्ट दो साल से कम समय में पूरा हो जाएगा।
सीपीडब्लूडी ने पहले अनुमान लगाया था कि भवन निर्माण की लागत 940 करोड़ रुपये रहेगी। हालांकि टाटा प्रोजेक्ट्स ने इससे भी 8.4 फीसदी कम के लिए बोली लगाई है। इस रकम में भवन के निर्माण के साथ साथ 5 साल के ऑपरेशन और मेंटीनेंस की लागत भी शामिल की गई है। कंपनी ने निर्माण की लागत के लिए 822 करोड़ रुपये की रकम निर्धारित की है। सीपीडब्लूडी के मुताबिक नई बिल्डिंग पार्लियामेंट हाउस एस्टेट के प्लाट नंबर 118 पर बनाई जाएगी।
निर्माण के लिए 3 कंपनियों एलएंडटी, टाटा प्रोजेक्ट और शापूरजी पलोनजी के बीच टक्कर थी। शुरू में इस रेल में 7 कंपनियां शामिल थीं। माना जा रहा है कि निर्माण मॉनसून सत्र के बाद शुरू होगा। वहीं नई संसद का भवन त्रिभुजाकार होगा। नया भवन करीब 60 हजार वर्ग वर्गमीटर क्षेत्र में फैला होगा। नया संसद भवन केंद्र सरकार की उस योजना का हिस्सा है जिसमें इस पूरे क्षेत्र को रिडेवलप किया जाना है। जिसमें राजपथ को रिडिजाइन करना भी शामिल है। नए संसद भवन के निर्माण से जुड़ी सभी अहम मंजूरियां हासिल की जा चुकी है। सरकार ने इस भवन को पूरा करने की समयसीमा 2022 रखी है।
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