नई दिल्ली। टाटा स्टील के 90 प्रतिशत से अधिक शेयरधारकों ने उद्योगपति नुस्ली वाडिया को कंपनी के स्वतंत्र निदेशक के पद से हटाने के पक्ष में वोट किया। टाटा स्टील ने नुस्ली वाडिया को अपने निदेशक मंडल के स्वतंत्र निदेशक पद से हटा दिया है। बुधवार को कंपनी की असाधारण आम बैठक में 90.8 प्रतिशत शेयरधारकों की मौजूदगी में उन्हें बाहर किए जाने का निर्णय किया गया।
शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि उसके कुल 97.12 करोड़ शेयरों में से 62.54 करोड़ शेयरों का वोट पड़ा है। यह शेयरों का 64.4 प्रतिशत है। कंपनी ने बताया कि वाडिया को बाहर किए जाने के निर्णय के पक्ष में कुल 56.79 करोड़ शेयरों के वोट पड़े हैं, जो कुल पड़े वोट का 90.80 प्रतिशत है तथा इसके विरोध में कुल 5.75 करोड़ शेयरों के वोट पड़े हैं, जो 9.20 प्रतिशत के बराबर है।
- वाडिया पिछले 37 साल से टाटा स्टील के स्वतंत्र निदेशक थे।
- कंपनी ने एक बयान में कहा कि संस्थागत और खुदरा दोनों शेयरधारकों ने उनके खिलाफ सभी श्रेणियों में तीन चौथाई बहुमत के साथ वोट किया है।
- वाडिया ने बुधवार को ईजीएम में हिस्सा नहीं लिया।
- इस बैठक का एजेंडा टाटा संस से निष्कासित चेयरमैन साइरस मिस्त्री और स्वतंत्र निदेशक वाडिया को निदेशक मंडल से हटाने पर शेयरधारकों की मंजूरी लेना था।
- मिस्त्री ने सोमवार को टाटा स्टील के निदेशक मंडल के सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया था।
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