मुंबई। आमदनी में गिरावट के बावजूद कर संबंधी नयी व्यवस्था में बचत के चलते निजी क्षेत्र की इस्पात कंपनी टाटा स्टील का सितंबर में समाप्त तिमाही का एकीकत शुद्ध लाभ 5.9 प्रतिशत बढ़कर 3,302.31 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। कीमतों में गिरावट और मांग घटने से कंपनी की आय प्रभावित हुई। सितंबर तिमाही में टाटा स्टील की एकीकृत आय 15.7 प्रतिशत घटकर 34,762.73 करोड़ रुपए रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी की आय 41,257.66 करोड़ रुपए रही थी। तिमाही के दौरान कंपनी की बिक्री आय कम रही। इसकी वजह कीमतों में गिरावट के साथ मांग में कमी बतायी गई है।
टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने कहा, 'घरेलू के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार के चुनौतीपूर्ण माहौल के बावजूद हम औद्योगिक उत्पाद, ब्रांडेड उत्पाद के साथ खुदरा कारोबार में मात्रा के हिसाब से अच्छी बिक्री दर्ज करने में सफल रहे।' तिमाही के दौरान भारी कर लाभ का जिक्र करते हुए कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी कौशिक चटर्जी ने बताया कि आलोच्य अवधि में टाटा स्टील को कर के मामले में 4,233 करोड़ रुपए की बचत हुई। इसमें से 2,425 करोड़ रुपए का अनुकूल प्रभाव घरेलू इकाइयों पर कॉरपोरेट कर की दर कम किए जाने से और 1,808 करोड़ रुपए का कर लाभ कंपनी की विदेशी अनुषंगियों द्वारा कर की टली देनदारियों की मान्यता/परिवर्तन के चलते हुआ। आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी का एकीकृत उत्पादन 69.5 लाख टन और आपूर्ति 65.3 लाख टन रही। इसमें से घरेलू उत्पादन 45 लाख टन और आपूर्त 41.3 लाख टन की रही।
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