Tata Steel का अप्रैल-जून में कच्चे इस्पात का उत्पादन 43 प्रतिशत बढ़ा, बिक्री में 35 फीसदी का हुआ इजाफा
भारत में कंपनी का उत्पादन तिमाही के दौरान 55 प्रतिशत बढ़कर 46.2 लाख टन पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 29.9 लाख टन रहा था।
नई दिल्ली। स्टील क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टाटा स्टील का 30 जून को समाप्त तिमाही में एकीकृत आधार पर कच्चे इस्पात का उत्पादन 43 प्रतिशत बढ़कर 79.4 लाख टन पर पहुंच गया। एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी का उत्पादन 55.3 लाख टन रहा था। टाटा स्टील ने बयान में कहा कि अप्रैल-जून की अवधि में एकीकृत आधार पर कंपनी की बिक्री 35 प्रतिशत बढ़कर 71.4 लाख टन पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 53.3 लाख टन थी।
भारत में कंपनी का उत्पादन तिमाही के दौरान 55 प्रतिशत बढ़कर 46.2 लाख टन पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 29.9 लाख टन रहा था। टाटा स्टील की आपूर्ति 42 प्रतिशत बढ़कर 29.3 लाख टन से 41.5 लाख टन हो गई। समीक्षाधीन तिमाही में टाटा स्टील यूरोप का इस्पात उत्पादन 27 प्रतिशत बढ़कर 27.3 लाख टन पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 21.5 लाख टन था। इस दौरान कंपनी की आपूर्ति 19 प्रतिशत बढ़कर 19.8 लाख टन से 23.6 लाख टन पर पहुंच गई। टाटा स्टील दक्षिण-पूर्व एशिया का उत्पादन 49 प्रतिशत बढ़कर 3.9 लाख टन से 5.9 लाख टन हो गया। इस दौरान आपूर्ति 50 प्रतिशत बढ़कर 4.2 लाख टन से 6.3 लाख टन पर पहुंच गई।
सरकार तांबे की कुछ वस्तुओं के आयात नहीं लगाएगी डंपिंग रोधी शुल्क
सरकार ने बिजली उद्योग में इस्तेमाल होने वाले चीन, थाइलैंड, दक्षिण कोरिया और तीन अन्य देशों के तांबे के कुछ उत्पादों के आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क नहीं लगाने का फैसला किया है। वाणिज्य मंत्रालय की शाखा व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने अप्रैल में जांच के बाद चीन, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, नेपाल, श्रीलंका और थाइलैंड के तांबे के कुछ उत्पादों पर शुल्क लगाने की सिफारिश की थी।
राजस्व विभाग के दो जुलाई के ज्ञापन के अनुसार केंद्र सरकार ने चीन, कोरिया, मलेशिया, नेपाल, श्रीलंका और थाइलैंड में विनिर्मित या वहां से निर्यात किए गए तांबे और तांबा मिली धातु के फ्लैट-रोल्ड उत्पादों के आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क नहीं लगाने का फैसला किया है। डीजीटीआर द्वारा प्रस्तावित शुल्क 42 अमेरिकी डॉलर प्रति टन से 1,077 अमेरिकी डॉलर प्रति टन के बीच था। कॉपर फ्लैट-रोल्ड उत्पादों का उपयोग बिजली वितरण, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक स्विचगियर, ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स और रेडिएटर्स में किया जाता है।
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