नई दिल्ली। कोविड-19 का खतरा लंबा खिंचने के बीच घरेलू इस्पात कंपनी टाटा स्टील ने सोमवार को अपने कर्मचारियों के लिए एक नए वर्किंग मॉडल की शुरुआत की है। इस नए मॉडल के तहत टाटा स्टील के कर्मचारी साल के 365 दिन घर से काम कर सकते हैं। टाटा स्टील ने एक बयान में कहा कि नया चुस्त कार्य मॉडल एक नवंबर, 2020 से प्रभावी हो चुका है।
टाटा स्टील ने कहा कि वह विश्वास और परिणाम आधारित कार्य संस्कृति की ओर बढ़ रही है तथा अपने कर्मचारियों को अधिक लचीलापन दे रही है। एक नवंबर से प्रभावी नए वर्किंग मॉडल के तहत वैसे अधिकारियों को भी अब एक साल में असीमित दिनों के लिए घर से काम करने की सुविधा दी गई है, जिन्हें किसी विशेष स्थान पर तैनात होना पड़ता है।
कंपनी ने कहा कि एक बार जब महामारी की स्थिति सामान्य हो जाती है, तो नीति कंपनी के अधिकारियों को पसंद के स्थान पर स्थानांतरित होने में सक्षम बनाएगी, जिससे कर्मचारी को देश में किसी भी स्थान से काम करने की सुविधा मिलेगी। कंपनी ने कहा कि इस नीति का एक साल तक परीक्षण किया जाएगा। अनुकूलनशीलता और प्रतिक्रिया के आधार पर एक वर्ष के बाद नीति की समीक्षा की जाएगी।
टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (मानव संसाधन प्रबंधन) सुरेश दत्त त्रिपाठी ने कहा कि लचीला काम न केवल एक संगठन के आने वाली पीढ़ियों के अनुकूल कार्यस्थल बनाने के इरादे को चित्रित करता है, बल्कि भौगोलिक क्षेत्रों में अपने विविध कार्यबल की जरूरतों को पूरा करने के इरादे को भी मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि महामारी ने उत्पादकता के पारंपरिक सोच से दूर होने में मदद की है। इसने कई मिथकों को तोड़ दिया है। ऐसे में यह नीति बेहतर कार्य-जीवन संतुलन सुनिश्चित करेगी।
Latest Business News