Tata Sons खरीदेगी AirAsia India में अतिरिक्त 32.67% हिस्सेदारी, 3.76 करोड़ डॉलर में हुआ सौदा
बेंगलुरु मुख्यालय वाली एरलाइन देश में अपनी सेवाएं शुरू करने के सात साल बाद भी सिर्फ घरेलू उड़ानों तक सीमित है।
नई दिल्ली। टाटा संस (Tata Sons) किफायती सेवाएं देने वाली विमानन कंपनी एयर एशिया इंडिया (AirAsia India) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 83.67 प्रतिशत करेगी। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा है कि वह एयर एशिया इन्वेस्टमेंट लि. (एएआईएल) से विमानन कंपनी की 32.67 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी का अधिग्रहण 3.76 करोड़ डॉलर में करेगी।
मलेशिया की एयर एशिया की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी एएआईएल की बेंगलुरु की कंपनी एयर एशिया इंडिया में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कुछ सप्ताह पहले ही मलेशिया के एयरलाइन समूह ने कहा था कि वह किफायती सेवा कपंनी एयर एशिया इंडिया में अपने निवेश की समीक्षा कर रहा है। उसने कहा था कि एयर एशिया इंडिया की नकदी घट रही है और इससे वित्तीय दबाव बढ़ रहा है।
इस बारे में संपर्क करने पर टाटा संस के प्रवक्ता ने टिप्पणी से इनकार किया। मलेशिया के एयरलाइन समूह ने टाटा संस के साथ 2013 में हाथ मिलाया था और बजट विमानन कंपनी एयर एशिया इंडिया का गठन किया था। तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने उस समय विदेशी एयरलाइंस को भारतीय विमानन कंपनियों में 49 प्रतिशत तक निवेश करने की अनुमति दी थी। उसके बाद एयर एशिया ने घरेलू मार्गों पर अपना परिचालन शुरू किया था। बेंगलुरु मुख्यालय वाली एरलाइन देश में अपनी सेवाएं शुरू करने के सात साल बाद भी सिर्फ घरेलू उड़ानों तक सीमित है।
स्टॉक एक्सचेंज बुर्सा मलेशिया को भेजी सूचना में एयर एशिया ने कहा कि एयर एशिया के निदेशक मंडल ने घोषणा की है उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी एएआईएल और टाटा संस प्राइवेट लि. ने 29 दिसंबर को शेयर खरीद करार किया है। इस करार के तहत एयर एशिया इंडिया में 32.67 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहण टाटा संस 3,76,60,000 डॉलर में करेगी। एयरएशिया इंडिया भारत में 33 एयरबस ए320 विमानों के जरिये 19 गंतव्यों पर परिचालन करती है। इनमें से तीन ए320 नियो विमान हैं।
कोरोना वायरस महामारी का विमानन क्षेत्र पर काफी बुरा असर पड़ा है। इसी दौरान एयर एशिया इंडिया का नुकसान अप्रैल-जून 2020 में बढ़कर 332 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 15.11 करोड़ रुपये पर था।