टाटा मोटर्स का Q2 में शुद्ध घाटा बढ़कर 4,415.54 करोड़ रुपये, JLR बिक्री घटने का असर
तिमाही के दौरान JLR की थोक बिक्री 13 प्रतिशत घटी है। एकल आधार पर टाटा मोटर्स का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घाटा कम होकर 659.33 करोड़ रुपये पर आ गया।
नई दिल्ली। वाहन बनाने वाली घरेलू कंपनी टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध घाटा चालू वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 4,415.54 करोड़ रुपये पहुंच गया। खर्च बढ़ने तथा सेमीकंडक्टर की कमी से ब्रिटिश इकाई जेएलआर (जगुगार लैंड रोवर) की कम बिक्री से कंपनी का घाटा बढ़ा है। टाटा मोटर्स ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की इसी तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध घाटा 307.26 करोड़ रुपये था।
कंपनी की एकीकृत आय सितंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में 61,378.82 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 53,530 करोड़ रुपये थी। टाटा मोटर्स के अनुसार, उसका कुल व्यय चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 65,712.83 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 2020-21 की इसी तिमाही में 54,982.77 करोड़ रुपये था। कंपनी की ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर की आय 3.9 अरब पाउंड रही जबकि कर पूर्व नुकसान 30.2 करोड़ पाउंड रहा। जेएलआर की थोक बिक्री आलोच्य तिमाही में 12.8 प्रतिशत घटकर 64,032 इकाई रही। एकल आधार पर टाटा मोटर्स को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 659.33 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। एक साल पहले 2020-21 की इसी तिमाही में उसे 1,212.45 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनी की एकल आधार पर परिचालन आय 10,996.02 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5,594.60 करोड़ रुपये थी।
बीते महीने ही घरेलू वाहन कंपनी टाटा मोटर्स लि. (टीएमएल) ने जानकारी दी थी कि वह यात्री इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार के लिये टीपीजी राइज क्लाइमेट से एक अरब डॉलर (7,500 करोड़ रुपये) जुटाएगी। यह राशि कारोबार के 9.1 अरब डॉलर तक के मूल्यांकन के आधार पर जुटायी जाएगी। कोष का उपयोग कंपनी की नयी सब्सिडियरी इकाई ‘टीएमएल ईवी कंपनी’ इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार को बढ़ाने के लिये अगले पांच साल में दो अरब डॉलर से अधिक के निवेश के वित्तपोषण में करेगी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि टाटा मोटर्स लि.
और टीपीजी राइज क्लाइमेट ने बाध्यकारी समझौता किया है। इसके तहत टीपीजी राइज क्लाइमेट अपने सह-निवेशक एडीक्यू के साथ टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी इकाई में निवेश करेगी। इस सब्सिडियरी इकाई का गठन हाल में हुआ है। टीपीजी राइज क्लाइमेट निजी निवेश कंपनी टीपीजी के जलवायु क्षेत्र से जुड़ी इकाइयों में निवेश के लिये बनायी गयी इकाई है। बयान के अनुसार टीपीजी राइज क्लामेट अपने सह-निवेशक के साथ 11 से 15 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिये अनिवार्य परिवर्तनीय निवेश उत्पाद में 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके आधार पर कंपनी का इक्विटी मूल्यांकन 9.1 अरब डॉलर का आंका गया है।