नई दिल्ली। भारत में बुलेट ट्रेन का सपना जल्द पूरा हो सकता है। इसकी झलक आज मथुरा और पलवल के बीच स्पेनिश डिब्बों से बनी टैल्गो ट्रेन में देखने को मिली। ट्रायल के दौरान टैल्गो का 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर सफलतापूर्वक चलाकर परीक्षण किया गया। ट्रेन ने 84 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 36 मिनट में तय की। टैल्गो ट्रेन देश की सबसे तेज रफ्तार वाली ट्रेन बन गई है।
बुधवार को मथुरा और पलवल के बीच हुए टैलगो ट्रेन का तीसरा ट्रायल सफल रहा। हाई स्पीड ट्रेन 180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ती नजर आई और इसने गतिमान एक्सप्रेस के 160 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार का रिकॉर्ड तोड़ दिया। आज सुबह 11.20 बजे टैल्गो ट्रेन मथुरा से रवाना हुई और 11.56 बजे पलवल स्टेशन पहुंची। 9 जुलाई को रेलवे ने स्पेन में बनी टैलगो ट्रेन के दूसरे चरण का ट्रायल किया था। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दूसरे चरण का परीक्षण मथुरा और पलवल स्टेशनों के बीच किया गया. इस दौरान ट्रेन की अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा रही है।
नौ डिब्बे वाली टैल्गो ट्रेन के ट्रायल के दौरान रेलवे अधिकारियों और रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) के एक्सपर्ट सहित स्पेन के अधिकारी ट्रेन में मौजूद थे। टैल्गो के डिब्बे हल्के हैं और इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह मोड़ पर भी रफ्तार कम किए बिना दौड़ सकती है। अभी टैल्गो के ट्रायल अगले 20 दिनों तक करने का प्लान है। उसके बाद टैल्गो ट्रेन मुंबई और दिल्ली के बीच अगस्त महीने में चलाकर देखी जाएगी।
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