अब भारत में बिकेगी ‘मेड इन इंडिया’ सुजुकी हायाबुसा, गुड़गांव प्लांट में शुरू हुई असेंबलिंग
सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन की भारतीय इकाई सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया (एसएमआईपीएल) ने अब भारत में ही हायाबुसा की असेंबलिंग करने का फैसला किया है।
नई दिल्ली। जल्द ही आपकी फेवरेट सुपर बाइक सुजुकी हायाबुसा मेड इन इंडिया टैग के साथ मिलेगी। दुनिया की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन की भारतीय इकाई सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया (एसएमआईपीएल) ने अब भारत में ही इस बाइक की असेंबलिंग करने का फैसला किया है। कंपनी के गुड़गांव प्लांट में मेड इन इंडिया बाइक का निर्माण शुरू हो गया है। यह बाइक इसी महीने से बिकनी शुरू हो जाएगी। मेड इन इंडिया बाइक की दिल्ली में एक्स शोरूम कीमत 13,57,135 रुपए होगी। कंपनी के मुताबिक भारत में बनी हायाबुसा की स्पेसिफिकेशंस वही होंगी, जो अभी तक ग्लोबल स्टडर्ड में मिलती आई हैं।
जानिए सुज़ुकी हायाबुसा से जुड़ी खास बातें
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भारत बनेगा डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग हब
कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट सेल्स एंड मार्केटिंग केंजी हिरोजावा के मुताबिक केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया प्रोग्राम को सहयोग देते हुए सुजुकी बेहद गंभीरता से भारत को दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में काम कर रहा है। गुड़गांव प्लांट में कंपनी हायाबुसा को सीकेडी(कंप्लीटली नॉक्ड डाउन) किट के रूप में आयात करेगी और इसी फैक्ट्री में नई हायाबुसा असेंबल्ड होगी। इसी प्लांट में कंपनी की दूसरी मोटरसाइकिलों का निर्माण होता है। अभी तक कंपनी हायाबुसा को सीबीयू(कंप्लीटली बिल्ट अप) रूप में सीधे जापान से आयात करती है।
दुनिया की सबसे तेज बाइक्स में से एक हायाबुसा
सुजु़की हायाबुसा विश्व की सबसे तेज रफ्तार वाली मोटरसाकिलों में से एक है। हायाबूसा ने विश्व की सबसे तेज सुपरबाइक का तमगा भी अपने नाम कर रखा है। हायाबुसा का मुकाबला हमेशा होण्डा सीबीआर 1100 एक्सएक्स ब्लैकबर्ड से होता आया है। लेकिन हायाबुसा का इंजन कहीं ज्यादा दमदार है। इसकी टॉप स्पीड भी 303-312 किमी प्रति घंटा है जो किसी भी तेज रफ्तार स्पोटर्स बाइक को पीछे छोड़ने में सक्षम है। अभी भी इसे 20वीं सदी की सबसे तेज रफ्तार बाइक माना जाता है।
सिर्फ 2.74 सैकेंड में 100 Kmph की स्पीड
15 साल के लम्बे समय में आज भी हायाबुसा को दुनिया की सबसे जल्दी रफ्तार पकड़ने वाली बाइक्स में से एक है। यह सुपरबाइक 2-74 सेकंड में 0 से 100 की रफ्तार पा लेती है। वर्ल्ड रैंकिंग में यह 11वें पायदान पर कायम है। हायाबुसा जैसी कम ही बाइक दुनिया में हैं जिन्हें करीब-करीब हर क्रिटिक्स ने सराहा है। सिर्फ स्पीड के लिए नहीं, बल्कि बाइक की ओवरऑल परफॉर्मेंस के लिए। फिर बात चाहे हैंडलिंग की हो, कंट्रोल की हो या फिर राइडिंग कंफर्ट की, हायाबुसा हर मोर्चे पर अब तक खरी उतरती आई है। ज्यादातर एक्सपर्ट का मानना है कि अगर हम कहें कि हायाबुसा का मतलब ही रफ्तार है तो गलत नहीं होगा।
कार में भी इस्तेमाल होता है हायाबुसा का इंजन
अधिक पावर व वजन में हल्का होने की वजह से हायाबुसा के इंजन का उपयोग ब्रिटिश कंपनी की कार वेस्टफिल्ड में किया जाता है। ऐसा करने वाली सुजु़की दुनिया की पहली कंपनी है जो मोटरसाइकिल के इंजन को कार में भी इस्तेमाल करती है। साल 2001 में सुजु़की ने इसी इंजन का प्रयोग अपनी दो कॉन्सेप्ट कारों सुजुकी जीएसएक्स-आर और फॉर्मूला हायाबूसा में भी किया जो एक रेसिंग कार थी।