पुणे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि देश में चीनी का अतिरिक्त उत्पादन बड़ी समस्या है। उन्होंने चीनी मिलों को सुझाव दिया कि उन्हें चीनी के उत्पादन की बजाये इथेनॉल बनाने पर ध्यान देना चाहिए। गडकरी ने कहा कि देश में पानी की कमी नहीं है बल्कि जल प्रबंधन का अभाव है।
गडकरी ने महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की ओर से आयोजित शुगर कॉन्फ्रेंस 2020 को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में चीनी का अतिरिक्त उत्पादन हो रहा है, इसलिए चीनी का उत्पादन बढ़ाने में कोई फायदा नहीं है। लेकिन इथेनॉल में भविष्य है इसलिए चीनी मिलों को शुगर की बजाये इथेनॉल बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने इथेनॉल पर एक पारदर्शी नीति पेश की है और पेट्रोलियम मंत्रालय उसे खरीदने के लिए तैयार है। कुल मिलाकर इथेनॉल का बाजार है। गडकरी ने कहा कि सरकार चीनी उद्योग के पुनरोद्धार के लिए सबकुछ कर रही है।
उन्होंने कहा कि चीनी मिल मालिकों को उत्पादन लागत बढ़ने का डर सता रहा है। इसलिए फैक्टरियों में बायो-डीजल का उपयोग करें, गन्ना और चीनी ढोने वाले ट्रकों में बायो-सीएनजी का उपयोग करें इससे उत्पादन लागत कम हो सकती है। जल उपलब्धता पर उन्होंने कहा कि पानी की कोई कमी नहीं है। बस उचित प्रबंधन की कमी है। जल का अत्यधिक उपयोग एक अपराध है इसलिए गन्ना फसल के लिए ड्रिप सिंचाई का उपयोग किया जाना चाहिए।
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