आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज की डगमगाती स्थिति पर अब सरकार ने भी नज़रें गड़ा दी हैं। नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरोला को जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा करने का शुक्रवार को निर्देश दिया। जेट एयरवेज इस समय 10 से भी कम विमानों का संचालन कर रहा है।
प्रभु ने सुबह ट्वीट किया, ‘‘नागर विमानन मंत्रालय के सचिव को जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा करने का निर्देश दिया। यात्रियों को होने वाली असुविधा कम करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है।’’
उद्योग सूत्रों के अनुसार जेट एयरवेज शुक्रवार को केवल नौ विमानों दो बोइंग 737 और सात क्षेत्रीय जेट एटीआर का संचालन करेगा। एक सूत्र ने कहा, ‘‘जेट शुक्रवार को केवल नौ विमान का संचालन कर रहा है।’’
नकदी की समस्या से जूझ रहे जेट एयरवेज ने बृहस्पतिवार को पूर्व और पूर्वोत्तर क्षेत्रों के लिए अपनी उड़ानें बंद कर दीं। उसने एक दिन के लिए अंतरराष्ट्रीय सेवाएं भी निलंबित कर दी है। इसके परिणामस्वरूप कई यात्री हवाईअड्डों पर फंस गए।
सूत्रों ने बताया कि केवल उड़ानें रद्द होने से एयरलाइन पर यात्रियों का 3,500 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया हो गया है। बृहस्पतिवार दोपहर तक एयरलाइन ने केवल 14 विमानों का संचालन किया। एक वक्त था जब जेट एयरवेज 123 विमानों का संचालन करता था।
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