नई दिल्ली। इंटरनेशनल मार्केट में आई गिरावट के चलते सप्ताह के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार भी भरभरा कर गिर गए। सोमवार को सेंसेक्स -निफ्टी एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ खुले। वहीं एशियाई बाजारों में 0.75-2.7 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है। बाजार खुलने के थोड़ी देर बाद बीएसई का 30 शेयरों वाल सेंसेक्स में 300 अंक से ज्यादा की गिरावट आ गई। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 110 अंक लुढ़क गया। निफ्टी ने 15 जुलाई 2014 के बाद 7500 के स्तर को नीचे की ओर तोड़ा है। वहीं, सेंसेक्स 2 जून 2014 के निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है। हालांकि बाद में शेयर बाजार में कुछ रिकवरी आई। इस समय सेंसेक्स 229 अंक और निफ्टी 79 अंक नीचे ट्रेड कर रहा है।
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सभी सेक्टर्स में भारी बिकवाली का दबाव
मेटल, पीएसयू बैंक, रियल्टी, इंफ्रा, ऑटो, बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, ऑयल एंड गैस और पावर शेयरों में जोरदार बिकवाली दिख रही है। निफ्टी के मेटल इंडेक्स में 2.2 फीसदी, पीएसयू बैंक इंडेक्स में 2.2 फीसदी, रियल्टी इंडेक्स में 1.8 फीसदी, इंफ्रा इंडेक्स में 1.8 फीसदी और ऑटो इंडेक्स में 1.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 1.4 फीसदी की कमजोरी के साथ 15,920 के स्तर पर आ गया है। बीएसई के कैपिटल गुड्स इंडेक्स में 1.9 फीसदी, ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.2 फीसदी और पावर इंडेक्स में 1.5 फीसदी की गिरावट आई है।
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क्या हैं मार्केट में गिरावट के कारण
भारतीय बाजारों में गिरावट के पीछे मुख्य कारण एशियाई मार्केट में गिरावट को माना जा रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इससे घरेलू मार्केट पर भारी दबाव पड़ा है, जिसका असर सेंसेक्स और निफ्टी की चाल पर भी देखने को मिल रहा है। दूसरी ओर अमेरिका में जिस तरह इकोनॉमी में रिवाइवल दिख रहा है, उससे भी भारतीय बाजारों में बिकवाली बढ़ी है। इसके अलावा क्रूड कीमतों में जारी गिरावट से एनर्जी स्टॉक्स में आज तेज गिरावट देखी गई।
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