नई दिल्ली। भारत का मसाला निर्यात जून, 2020 में 23 प्रतिशत उछलकर 2690 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले के समान माह में 2190 करोड़ रुपए था। एसोचैम ने कहा कि घरेलू बाजार में भी मसालों की मांग में जोरदार वृद्धि हुई है, जिसकी वजह से जून माह में मसालों के दाम में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन से सड़क परिवहन बाधित होने के चलते पहली बार रेल मार्ग से बांग्लादेश को मिर्च, हल्दी और जीरा जैसे 9,000 टन से अधिक मसाले बांग्लादेश भेजे गए।
एक अधिकारी ने बताया कि पिछले एक महीने में 5000 टन से अधिक हल्दी, 4300 टन मिर्च और 100 टन जीरे का निर्यात रेल मार्ग द्वारा बांग्लादेश को किया गया है। ये मसाले आंध्र प्रदेश, तेलंगाना से वहां भेजे गए। बांग्लादेश भारतीय मसालों का प्रमुख आयातक है और भारत के कुल मसाला निर्यात में मात्रा के संदर्भ में उसकी नौ प्रतिशत हिस्सेदारी तथा मूल्य के संदर्भ में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी है।
वर्ष 2019-20 के दौरान बांग्लादेश को लगभग 1,005 करोड़ रुपए मूल्य के 1,09,950 टन मसालों का निर्यात किया गया था। इसमें मुख्य रूप से जीरा, मिर्च, अदरक और हल्दी शामिल हैं। इससे पहले बांग्लादेश को भारत से 95 प्रतिशत मसाला निर्यात घोजाडंगा, मुंद्रा, हिली, मोहदीपुर, पेट्रापोल या न्हावा शेवा के जरिये सड़क मार्ग से किया जाता था। अधिकारी ने बताया कि पहली बार हल्दी और मिर्च के निर्यातकों ने दक्षिण मध्य रेलवे के सहयोग से रेल मार्ग के जरिये निर्यात किया। अधिकारी ने कहा कि पिछले एक महीने में 5250 टन हल्दी, 4300 टन मिर्च और 100 टन जीरे का निर्यात आंध्र, तेलंगाना बेल्ट से रेल द्वारा किया गया है।
देश का कुल मसाला निर्यात जून, 2020 में 21.91 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 25.01 अरब डॉलर था। रुपए में जून में निर्यात 1,65,898.85 करोड़ रुपए का रहा, जो जून, 2019 में 1,73,682.55 करोड़ रुपए था। भारतीय मसाले लगभग पूरी दुनिया में भेजे जाते हैं। प्रमुख आयातकों में अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, इटली, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, ईरान, सिंगापुर, चीन और बांग्लादेश आदि शामिल हैं।
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