SpiceJet का मुनाफा 788% बढ़कर 261.7 करोड़ रुपए हुआ, भेल को हुआ 219 करोड़ रुपए का घाटा
सार्वजनिक क्षेत्र की पनबिजली कंपनी एनएचपीसी ने जून में समाप्त तिमाही में 989.27 करोड़ रुपए का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया है।
नई दिल्ली। अप्रैल में जेट एयरवेज के बंद होने का फायदा उठाते हुए किफायती विमानन कंपनी स्पाइस जेट ने जून, 2019 में खत्म तिमाही में 261.7 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज किया है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 38.1 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
एयरलाइन ने अप्रैल-जून तिमाही में कुल 3,145.3 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया है, जो कि वित्त वर्ष 2018-19 की समान तिमाही में 2,253.3 करोड़ रुपए था। इस हिसाब से राजस्व में 39.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
समीक्षाधीन तिमाही में विमानन कंपनी ने अपने बेड़े में 32 विमान शामिल किए और कंपनी के विमानों की कुल संख्या 30 जून 2019 तक 107 थी। विमानन कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि स्पाइसजेट एक शानदार विकास यात्रा पर है और यह तिमाही हमारे लिए खास रही है। हमने अपने बेड़े में 32 विमान जोड़े, जो हमारे मजबूत व्यवसाय मॉडल और सिद्ध परिचालन क्षमताओं को प्रदर्शन है, क्योंकि संकटग्रस्ट क्षेत्र में तीव्र गति से विस्तार कर रहे हैं।
एनएचपीसी का मुनाफा 16 प्रतिशत बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र की पनबिजली कंपनी एनएचपीसी ने जून में समाप्त तिमाही में 989.27 करोड़ रुपए का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया है। यह इससे पिछले वित्त वर्ष के 851.70 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ से 16 प्रतिशत अधिक है।
बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 2,754.48 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,479.09 करोड़ रुपए थी। कंपनी का मुख्य कारोबार बिजली उत्पादन का है। कंपनी के अन्य कारोबार बिजली व्यापार, अनुबंध, परियोजना प्रबंधन और सलाहकार के हैं।
भेल को हुआ 219 करोड़ रुपए का घाटा
सरकारी कंपनी भेल को इस साल जून तिमाही में 218.93 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। कंपनी ने शुक्रवार को बीएसई को बताया कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 39.98 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
आलोच्य अवधि के दौरान कंपनी की कुल आय 6,116.21 करोड़ रुपए से कम होकर 4,673.38 करोड़ रुपए पर आ गई। बिजली क्षेत्र का राजस्व 4,636.18 करोड़ रुपए से गिरकर 3,491.54 करोड़ रुपए पर आ गया। उद्योग क्षेत्र का राजस्व भी 1,160.52 करोड़ रुपए की तुलना में कम होकर 919.55 करोड़ रुपए पर आ गया।
गेल का शुद्ध लाभ बढ़ा
देश की सबसे बड़ी गैस कंपनी गेल इंडिया का एकीकृत शुद्ध लाभ जून में समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 4.2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,503.67 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। गैर पारेषण और मार्केटिंग कारोबार में हुई वृद्धि से कंपनी पेट्रोरसायन कारोबार में आई गिरावट की भरपाई करने में सफल रही। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने यह जानकारी दी। कंपनी ने पहली तिमाही में उसका एकीकृत मुनाफा 6.66 रुपए प्रति शेयर रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,443.02 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था जो प्रति शेयर 6.39 रुपए था।
जून तिमाही में गेल के पेट्रोरसायन कारोबार में 227 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। एक साल पहले समान अवधि में कंपनी के पेट्रोरसायन कारोबार ने 208 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था। हालांकि, इस दौरान कंपनी के प्राकृतिक गैस पारेषण सेवा कारोबार का कर पूर्व लाभ 22 प्रतिशत बढ़कर 859.49 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इसी तरह कंपनी के गैस विपणन कारोबार का मुनाफा 54 प्रतिशत बढ़कर 868.55 करोड़ रुपए रहा।