नई दिल्ली। निवेशकों की रूचि से उत्साहित इस साल 39 छोटे और मझोले उद्यमों (एसएमई) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के माध्यम से इस साल अबतक 514 करोड़ रुपए जुटाए हैं। यह रकम पिछले पूरे साल के दौरान ऐसे निर्गमों से जुटाई गई कुल राशि के करीब करीब बराबर पहुंच गई है। पिछले साल एसएमई क्षेत्र के 66 आईपीओ से 540 करोड़ रुपए जुटाए गए थे।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस का श्रेय सरकार की ओर से लघु एवं मझौले उपक्रम क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए किए गए सुधारों एवं पहलों को जाता है। इन सुधारों से उन्हें कारोबार विस्तार एवं रोजमर्रा की व्यावासायिक जरूरत के लिए पूंजी जुटाना आसान हुआ है।
जिन 39 कंपनियों ने आईपीओ लाया उनमें 22 ने एनएसई के एसएमई मंच पर शेयर सूचीबद्ध कराए और 365 करोड़ रुपए की पूंजी जुटाई। बाकी 17 कंपनियां बीएसई के एसएमई मंच पर 149 करोड़ रुपए जुटाए। इनमें वित्त, मीडिया, बुनियादी ढांचा, विनिर्माण, कृषि, आईटी और आईटी आधारित सेवा क्षेत्र की इकाइयां हैं।
जेएचएस स्वेंदगार्द लैबोरेटरीज ने प्रॉक्टर एंड गैंबल के साथ विवाद सुलझाया
दिल्ली की जेएचएस स्वेंदगार्द लैबोरेटरीज लिमिटेड जेएचएस ने रोजमर्रा के उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनी प्रॉक्टर एंड गैंबल पीएंडजी के साथ अपने जारी विवादों को सुलझा लिया है। बंबई शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि उसके और पीएंडजी समूह की विभिन्न कंपनियों के साथ भारत की विभिन्न अदालतों में चल रहे विवादों का उसने निपटान कर लिया है। मामलों का निपटारा दोनों कंपनियों ने आपसी सहमति से अदालतों के बाहर किया है और यह जेएचएस के पक्ष में है।
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