सिंगापुर। सिंगापुर ने क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) समझौते को शुक्रवार को अंगीकार कर लिया है। इस बहुपक्षीय व्यापार समझौते की अभिपुष्टि करने वाला सिंगापुर पहला देश बन गया है। इस समझौते में आसियान क्षेत्र के दस देशों के साथ ही आस्ट्रेलिया, चीन, जापान, न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया शामिल हैं। आरसीईपी चीन की अगुवाई में किया गया दुनिया का सबसे बड़ा मुक्त व्यापार समझौता है लेकिन भारत ने इस समझौते को स्वीकार नहीं किया।
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विशेषज्ञों का कहना था कि यह माना जा रहा था कि यह बड़े उपभोक्ता आधार के साथ एक महत्वपूर्ण बाजार होगा और इसमें निर्यात की भी अच्छी संभावनायें होंगी। सिंगापुर के व्यापार और उद्योग मंत्री चन चुन सिंग ने कहा, ‘‘सिंगापुर की तरफ से क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते की त्वरित पुष्टि से सिंगापुर का उसके व्यवसायियों और लोगों के फायदे के लिये हमारे भागीदारों के साथ व्यापार और आर्थिक संपर्को को मजबूत करने की ठोस प्रतिबद्धता का संकेत मिलता है। ’’
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मंत्री ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि आरसीईपी में शामिल अन्य देश भी इस तरह का कदम उठायेंगे ताकि समझौते को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके।’’ व्यापार और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि सिंगापुर ने समझौते की पुष्टि का साधन आसियान के महासचिव के पास जमा करा दिया है। आरसीईपी समझौते पर पिछले साल नवंबर में 15 भागीदार देशों ने हस्ताक्षर किये थे।
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