मुंबई। मुंबई में सुप्रसिद्ध श्री सिद्दीविनायक मंदिर का प्रबंधन करने वाली श्री सिद्दीविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट ने एबीआई कैप सिक्यूरिटीज के साथ गठजोड़ किया है। इस गठजोड़ के तहत एसबीआई कैप एक इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा, जिसकी मदद से भक्तगण लिस्टेड कंपनियों के शेयरों को दान के रूप में मंदिर को दे सकेंगे।
एसबीआई कैप सिक्यूरिटीज ने कहा है कि प्रारंभ में भक्तगण मंदिर के लिए बनाए गए डीमैट एकाउंट के जरिये शेयर दान कर पाएंगे। बाद में इस प्लेटफॉर्म का विस्तार किया जाएगा और भक्तगण बांड, म्यूचुअल फंड्स तथा गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स को भी दान स्वरूप दे सकेंगे। एसबीआई कैप सिक्यूरिटीज के एमडी मणि पलवेसन ने कहा कि मंदिर बाद में जमा किए गए शेयरों को एक छोटी अवधि के बाद नकदी में परिवर्तित कर सकेगा।
तिरुपित मंदिर 7.5 टन सोना गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में रखने को तैयार
मंदिरों और धार्मिक संस्थाओं द्वारा भक्तगणों से पारंपरिक रूप से नकदी और सोने के अलावा शेयर को स्वीकार करने का ट्रेंड कोई नया नहीं है। वे यह रास्ता इसलिए अपना रहे हैं क्योंकि कई दानदाता हुंडी के रूप में शेयर प्रमाणपत्र दान करते हैं, जिन्हें संभालना मुश्किल होता है।
पिछले साल अगस्त में, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम, जो देश के सबसे अमीर मंदिर तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन करता है, ने स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के साथ डीमैट एकाउंट खोला था। सीडीएसएल ने अन्य मंदिरों के साथ भी ऐसे ही डीमैट एकाउंट खोलने की योजना बनाई है। सेंट्रल डिपोजिटरी सर्विस के एमडी और सीईओ पीएस रेड्डी ने कहा कि उन्होंने एक देवस्थानम को पत्र लिखा है लेकिन अभी उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया है।
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