नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि पिछली रात अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में की गई 0.25 फीसदी की वृद्धि के लिए भारतीय बाजार पहले से ही तैयार हैं।
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आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्वीट करके कहा है कि
अमेरिका में नीतिगत ब्याज दर की 0.25 प्रतिशत की वृद्धि के परिणामों का सामना करने के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छी तरह तैयार है। फेडरल रिजर्व का आगे ब्याज दरों में धीरे-धीरे वृद्धि करने का संकेत उभरते बाजारों की दृष्टि से अच्छा है।
अमेरिका में ब्याज दरें 0.25 फीसदी बढ़ी
- अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व (फेड) ने दिसंबर 2016 के बाद फिर से ब्याज दरें बढ़ा दी है। बुधवार को फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है। अब अमेरिका में ब्याज दरें बढ़कर 0.75 से 1 फीसदी हो गई है।
- हालांकि, इस खबर के बाद दुनियाभर के शेयर बाजार और करेंसी बाजार में तेजी का माहौल देखने को मिल रहा है, क्योंकि ब्याज दरें बढ़ने का अनुमान बाजार पहले से ही लगा रहा था।
- एक्सपर्ट्स का मानना है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी का अब संकेत यह है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था अब बेहतर हो रही है। जो, कि ग्लोबल बाजारों के लिए एक अच्छा संकेत है।
शेयर और करेंसी बाजार में भी तेजी
- सेंसेक्स 206.40 अंक उछलकर 29,604.51 अंक पर खुला है और निफ्टी में उसके अब तक उच्चतम स्तर पर कारोबार हो रहा है।
रुपया भी शुरूआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 47 पैसे मजबूत होकर 65.22 अंक के स्तर पर पहुंच गया है। यह इसका 16 महीने का उच्चतम स्तर है।
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