भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) अगले तीन साल तक अपने पद पर बने रहेंगे। सरकार ने अगले तीन सालों के लिए उन्हें फिर से आरबीआई के गवर्नर नियुक्त किया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास को 10.12.2021 से आगे तीन साल की अवधि के लिए या अगले आदेश तक जो भी पहले हो के लिए फिर से नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने गुरुवार देर रात इस फैसले को मंजूरी दी। शक्तिकांत दास पहले वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव थे। उन्हें 11 दिसंबर, 2018 को तीन साल की अवधि के लिए RBI गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया था। बता दें कि उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद शक्तिकांत दास को भारतीय रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया था
कौन हैं शक्तिकांत दास-
26 फरवरी 1957 को जन्मे शक्तिकांत दास इतिहास में एमए और तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर हैं। उन्होंने भारत के आर्थिक मामलों के सचिव, भारत के राजस्व सचिव और भारत के उर्वरक सचिव के रूप में भी काम किया है। शक्तिकांत दास को शासन के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुभव है और उन्होंने फाइनेंस, टैक्स, इंडस्ट्रीआदि के क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकारों में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान, वह सीधे तौर पर 8 केंद्रीय बजट तैयार करने से जुड़े रहे है। जब पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे, तब पहली बार साल 2008 में शक्तिकांत दास को संयुक्त सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया था। शक्तिकांत दास ने विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (ADB), न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) और एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) में भारत के वैकल्पिक गवर्नर के रूप में भी काम किया है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मंचों जैसे IMF, G20, BRICS, SAARC, आदि में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
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