नई दिल्ली। सेवा निर्यात संवर्द्धन परिषद (एसईपीसी) का मानना है कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 में देश से सेवाओं के निर्यात का आंकड़ा 240 अरब डॉलर के पार जा सकता है। एसईपीसी ने कहा कि पेशेवर और प्रबंधन सलाहकार सेवाएं, ऑडियो विजुअल, परिवहन ढुलाई सेवाओं और दूरसंचार का प्रदर्शन अभी तक काफी अच्छा रहा है। ऐसे में चालू वित्त वर्ष में सेवाओं के निर्यात में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। एसईपीसी ने देश से सेवाओं का निर्यात बढ़ाने के लिए सरकार से प्रोत्साहनों की भी मांग की है। परिषद के चेयरमैन मानेक डावर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह में इस क्षेत्र का निर्यात 14 प्रतिशत बढ़कर 95 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। डावर ने कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष में सेवाओं का निर्यात 240 अरब डॉलर रहने की उम्मीद है। इस साल बाद में पर्यटन क्षेत्र के खुलने से यह आंकड़ा और ऊंचा जा सकता है।’’
वित्त वर्ष 2020-21 में सेवाओं का निर्यात तीन प्रतिशत घटकर 206 अरब डॉलर रहा था। उन्होंने कहा कि सेवा क्षेत्र की स्थिति में सुधार की मुख्य वजह पेशेवर और प्रबंधन सलाहकार सेवाओं, ऑडियो विजुअल और संबद्ध सेवाओं, ढुलाई सेवाओं, दूरसंचार, कंप्यूटर और सूचना सेवाओं का बेहतर प्रदर्शन है। डावर ने कहा कि सरकार ने 2030 तक 1,000 अरब डॉलर की सेवाओं के निर्यात का लक्ष्य तय किया है। यह लक्ष्य हासिल होने योग्य है, लेकिन हमें इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी और आईटी संबद्ध सेवाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होगी। कोविड महामारी के बावजूद बीते वित्त वर्ष के दौरान इस क्षेत्र में निर्यात केवल तीन प्रतिशत घटकर 205.27 अरब डॉलर रहा। वित्त वर्ष 2019-21 में सेवाओं का निर्यात 214.61 अरब डॉलर तथा वित्त वर्ष 2018-19 में यह 205.79 अरब डॉलर था।
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