नई दिल्ली। रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने मंगलवार को कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) सितंबर से अपने संयंत्रों में स्पुतनिक वैक्सीन का उत्पादन शुरू करेगा। आरडीआईएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘एसआईआई के संयंत्रों में स्पूतनिक वैक्सीन के पहले बैच के सितंबर में तैयार होने की उम्मीद है।’’ बयान में कहा गया कि भारत में विभिन्न पक्ष हर साल स्पुतनिक-वी वैक्सीन की 30 करोड़ से अधिक खुराक का उत्पादन करना चाहते हैं। आरडीआईएफ ने कहा, ‘‘तकनीकी हस्तांतरण की प्रक्रिया के तहत एसआईआई को गमलेया सेंटर से सेल और वेक्टर नमूने पहले ही मिल चुके हैं। भारतीय दवा महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा इनके आयात की मंजूरी मिलने के साथ कल्टीवेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।’’
इसके साथ ही डॉ रेड्डीज लैब ने जल्द स्पूतनिक का कमर्शियल रोल-आउट को तेज करने का आश्वासन दिया है। वैक्सीन को सबसे पहले 14 मई को सॉफ्ट लॉन्च किया गया था। वैक्सीन अब 50 शहरों में पहुंच चुकी है। हालांकि अन्य वैक्सीन के मुकाबले स्पूतनिक की संख्या काफी सामित है। कंपनियां आने वाले समय में इसकी सप्लाई बढ़ाने की कोशिश मे लगी हुई हैं। स्पूतनिक वैक्सीन कोविड के खिलाफ 95 प्रतिशत और डेल्ट्रा स्ट्रेन के खिलाफ 90 प्रतिशत सुरक्षा देते हैं।
डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज अपने एक बयान मे कहा है कि हैदराबाद में, स्पुतनिक वी के सॉफ्ट लॉन्च के बाद वैक्सीन के रोल-आउट में तेजी आई है और पूरे भारत के शहरों और कस्बों तक वैक्सीन पहुंच गयी है। इन शहरों में हैदराबाद, विशाखापट्टनम, बेंगलुरु, मुंबई, नवी मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, एनसीआर, चेन्नई, मिरयालगुडा, विजयवाड़ा, बद्दी, कोल्हापुर, कोच्चि, रायपुर, चंडीगढ़, पुणे, नागपुर, नासिक, कोयंबटूर, रांची, जयपुर, लखनऊ, पटना, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम, अहमदाबाद, राजकोट, पलक्कड़, इलाहाबाद, दीमापुर, कोहिमा, इंदौर , भोपाल, सूरत, कटक, धारवाड़, एर्नाकुलम, रतलाम, फरीदाबाद, श्रीनगर, गांधीनगर, वडोदरा, गुलबर्गा, मदुरै, गुंटूर, कन्नूर, जबलपुर, जालंधर, कानपुर, मैसूर शामिल हैं”।
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