FDI नियमों को उदार बनाने से सेंसेक्स 241 अंक मजबूत
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में गिरावट से उबरते हुए 241 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ।
मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में गिरावट से उबरते हुए 241 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। FDI सुधारों को आगे बढ़ाने और ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने को लेकर चिंता थोड़ी कम होने के बीच संस्थागत निवेशकों की लिवाली से बाजार में तेजी आई। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपए के शुरुआती नुकसान से उबरने से भी शेयर बाजार को मजबूती मिली। साथ ही फिच के बयान से भी धारणा मजबूत हुई। वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने इस आशंका को दूर किया है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के दूसरा कार्यकाल नहीं लेने के निर्णय से भारत सरकार की साख को लेकर रेटिंग पर असर होगा। उसने कहा कि इस मोर्चे पर व्यक्तित्व के मुकाबले नीतियां ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
सुधारों को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने नागर विमानन, एकल ब्रांड खुदरा, रक्षा तथा औषधि में स्वत: मंजूर मार्ग के तहत और निवेश की अनुमति देकर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नियमों को आसान बनाने का आज फैसला किया। तीस शेयरों पर आधारित सेसेंक्स शुरूआती कारोबार 179 अंक टूटकर 26,447.88 अंक पर खुला। हालांकि उसके बाद लिवाली बढ़ने से सूचकांक मजबूत हुआ और अंत में यह 241.01 अंक या 0.91 प्रतिशत मजबूत होकर 26,866.92 अंक पर बंद हुआ। कुल मिलाकर बाजार आज 437 अंक के दायरे में उतार-चढ़ाव आया। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 68.30 अंक या 0.84 प्रतिशत की बढ़त के साथ 8,238.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,107.35 से लेकर 8,244.15 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 18 लाभ में 12 नुकसान में रहे।
नागर विमानन क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति के फैसले के बाद विमानन क्षेत्र के शेयर चमक में रहे। स्पाइसजेट, जेट एयरवेज तथा इंटर ग्लोब 7.36 प्रतिशत तक मजबूत हुए। इसके अलावा रिलायंस डिफेंस, बीईएल तथा भारत फोर्ज जैसे रक्षा उपकरण बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में भी 7.39 प्रतिशत तक की तेजी देखी गई। रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली (एफएमसीजी) कंपनियों को छोड़कर सभी खंडवार सूचकांकों में 2.0 प्रतिशत तक तेजी रही। वैश्विक स्तर पर जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग तथा शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में मजबूती रही। गुरूवार को होने वाले जनमत संग्रह में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में बने रहने को मतदान करने की उम्मीद बढ़ने से यूरोपीय शेयर बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में तेजी रही।
यह भी पढ़ें- Big Bang Reforms: एफडीआई नियमों में बड़े बदलाव, डिफेंस, एविएशन और फूड ई-कॉमर्स में 100 फीसदी निवेश को मंजूरी