मुंबई। नॉर्थ कोरिया में एक और परमाणु परीक्षण किए जाने की खबरों से दुनिया सहित भारत के बाजारों पर इसका बुरा असर देखा गया। क्षेत्रीय शेयर बाजारों में कमजोर शुरुआत, निवेशकों द्वारा मुनाफा कमाने और यूरोपियन सेंट्रल बैंक की भविष्य की नीति पर संशय बरकरार रहने से शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी में तकरीबन एक फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। जुलाई के आईआईपी आंकड़ों के आने से पहले निवेशकों की सतर्कतापूर्ण लिवाली से भी बाजार के कामकाज पर प्रतिकूल असर देखा गया।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 17.62 अंकों की तेजी के साथ 29,062.90 पर खुला और 248.03 अंकों या 0.85 फीसदी गिरावट के साथ 28,797.25 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 29,062.90 के ऊपरी और 28,755.08 के निचले स्तर को छुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 18.2 अंकों की गिरावट के साथ 8,934.30 पर खुला और 85.80 अंकों या 0.96 फीसदी गिरावट के साथ 8,866.70 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,939.15 के ऊपरी और 8,858.70 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट देखी गई। मिडकैप 134.05 अंकों की गिरावट के साथ 13,345.32 पर और स्मॉलकैप 61.02 अंकों की गिरावट के साथ 12,861.39 पर बंद हुआ। बीएसई के 19 में से पांच सेक्टरों तेल और गैस (0.92 फीसदी), ऊर्जा (0.90 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), रियल्टी (0.34 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.10 फीसदी) में तेजी रही। बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.77 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (1.76 फीसदी), आधारभूत सामग्री (1.67 फीसदी), वाहन (1.48 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.20 फीसदी)।
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