मुनाफावसूली से सेंसेक्स 54 अंक टूटा
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स दो दिन की तेजी के बाद 54.14 अंक टूटकर 26,812.78 अंक पर बंद हुआ।
मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स दो दिन की तेजी के बाद 54.14 अंक टूटकर 26,812.78 अंक पर बंद हुआ। ब्रिटेन में जनमत संग्रह से पहले सतर्कता के बीच विदेशी कोषों की निकासी तथा हाल की तेजी के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली से बाजार में गिरावट रही। कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 20 पैसे से अधिक टूटने का भी घरेलू शेयर बाजारों पर दबाव रहा।
हालांकि, स्माल कैप तथा मिड कैप सूचकांक में तेजी रही। जहां स्माल कैप 0.36 फीसदी मजबूत हुआ वहीं मिड कैप 0.12 फीसदी मजबूत हुआ। विमानन कंपनियों के शेयरों में आज मुनाफावसूली देखने को मिली और कल 100 फीसदी एफडीआई की अनुमति के बाद जो इसमें तेजी आई थी, वह आज जाती रही। स्पाइसजेट का शेयर 3.25 फीसदी, इंटर ग्लोब 3.09 फीसदी तथा जेट एयरवेज 1.53 फीसदी नीचे आए। सुधारों की गाड़ी आगे बढ़ाते हुए केंद्र ने कल नागर विमानन, खुदरा एकल ब्रांड, रक्षा तथा औषधि समेत विभिन्न क्षेत्रों में स्वत: मार्ग से और निवेश की अनुमति देते हुए एफडीआई नियमों को उदार बनाया।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला और एक समय 26,925.64 अंक तक चला गया, लेकिन अंत में 54.14 अंक या 0.20 फीसदी की गिरावट के साथ 26,812.78 अंक पर बंद हुआ। पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 341.46 अंक मजबूत हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 18.60 अंक या 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ 8,219.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,257.25 से 8,202.15 अंक के दायरे में रहा।
बीएनपी परिबा म्यूचुअल फंड के कोष प्रबंधक (इक्विटीज) श्रेयष देवाल्कर ने कहा, कल की अच्छी तेजी के बाद निवेशकों ने लाभ कमाने का फैसला किया। साथ ही ब्रिटेन में यूरोपीय संघ से बाहर निकलने या बने रहने को लेकर जनमत संग्रह की तारीख करीब आने से भी धारणा प्रभावित हुई। वैश्विक स्तर पर जापान के निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग में तेजी रही जबकि शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.35 फीसदी नीचे आया। यूरोपीय बाजारों में शुरूआती कारोबार में मिला-जुला रूख रहा। फ्रांस और जर्मनी में तेजी रही जबकि ब्रिटेन का एफटीएसई नीचे रहा।
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