नई दिल्ली। पूंजी बाजार नियामक सेबी की वित्त वर्ष 2015-16 की आय 17 फीसदी बढ़कर 601.67 करोड़ रुपए रही। इस बढ़ोतरी में प्रमुख योगदान फीस और वार्षिक शुल्क की आय का रहा। सेबी के बोर्ड द्वारा पिछले हफ्ते स्वीकृत वार्षिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015-16 में उसका कुल राजस्व व्यय बढ़कर 374 करोड़ रुपए रहा जो पूर्व वित्त वर्ष 2014-15 में 246 करोड़ रुपए था। सेबी का स्थापना-व्यय 158 करोड़ रुपए से बढ़कर 264 करोड़ रुपए हो गया जिसमें मुख्य तौर पर वेतन, बकाया वेतन का खर्च शामिल है। अन्य प्रशासनिक खर्च 59 करोड़ रुपए से बढ़कर 78 करोड़ रुपए रहा।
बाजार नियामक की फीस से आय एक साल पहले के 323 करोड़ रुपए से बढ़कर 391 करोड़ रुपए रही वहीं निवेश से उसकी आय 171 करोड़ रुपए से बढ़कर 186 करोड़ रुपए हो गई। सेबी की राजस्व खाते में बचत 267 करोड़ रुपए से घटकर 228 करोड़ रुपए रह गई जबकि पूंजीगत खर्च 36 करोड़ रुपए से तेजी से बढ़कर 221 करोड़ रुपए रहा।
सेबी की वार्षिक शुल्क से आय में 18 फीसदी बढ़कर 75 करोड़ रुपए तथा एक्सचेंजों से सूचीबद्धता फीस के रुप में प्राप्ति 15 करोड़ रुपए रही। इस प्रकार 2015-16 में उसकी कुल आय 601.67 करोड़ रुपए रही जो इस साल के लिए उसके अनुमानित बजट 493.5 करोड़ रुपए से कहीं अधिक है।
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