नई दिल्ली। शेयर बाजारों में तेजी का फायदा लेने के लिए धोखेबाज लोग निवेशकों को SMS भेजकर भारी रिटर्न का वादा कर चूना लगा रहे हैं। इसी के मद्देनजर नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इस तरह की गतिविधियों पर अंकुश के लिए बैंकिंग और दूरसंचार नियामक से सहयोग मांगा है।
इस तरह की पेशकश मुख्य रूप से एसएमएस, व्हॉट्सएप और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये की जा रही है। बताया जाता है कि इस तरह के मामलों में कुछ स्थापित ब्रोकरेज हाउस और एक्सचेंजों के नाम का भी दुरुपयोग किया जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेबी ने पहले ही कई मामलों में कार्रवाई की है। वहीं वह इसी तरह की गतिविधियों वाले कई अन्य मामलों की जांच कर रहा है।
इस तरह के मामलों पर अंकुश के लिए सेबी भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से अधिक सहयोग पाने का प्रयास कर रहा है। आमतौर पर सेबी इस तरह के धोखाधड़ी मामलों की जांच के लिए दूरसंचार कंपनियों से कॉल डेटा रिकॉर्ड और बैंकों से वित्तीय लेनदेन ब्योरे पर निर्भर करता है। ऐसे मामलों में निवेशकों को ऊंचे रिटर्न का लालच देकर किसी बैंक खाते में पैसा जमा कराने को कहा जाता है।
ऐसे घोटालेबाज निवेशको को पहले एसएमएस, व्हाट्सएप संदेश या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक या ट्विटर पर पोस्ट के जरिये लुभाते हैं और उसके बाद उन्हें किसी बैंक खाते में पैसा जमा कराने को कहा जाता है।
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