नई दिल्ली। पूंजी बाजार नियामक (Sebi) का कहना है कि वह इंफोसिस के शेयर की कीमतों पर नजदीक से नजर रखे हुए है। उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते कंपनी के पहले गैर-प्रवर्तक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विशाल सिक्का ने कंपनी के संस्थापकों के साथ मतभेदों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सिक्का के त्यागपत्र के बाद शुक्रवार को इंफोसिस के शेयर 10 फीसदी गिर गए थे जिससे उसका बाजार पूंजीकरण 22,519 करोड़ रुपए कम हो गया था। कल कंपनी के शेयर पुनर्खरीद (बायबैक) की घोषणा के बावजूद इसके शेयरों में 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
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उल्लेखनीय है कि शनिवार को इंफोसिस के निदेशक मंडल ने 13,000 करोड़ रुपए के शेयर पुनर्खरीद की घोषणा की थी। Sebi के चेयरमैन अजय त्यागी ने कहा कि हम इंफोसिस के शेयर कीमत पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि Sebi शेयर में कारोबार करने वाले खातों के लिए e-KYC (अपने ग्राहक को जानो) के तहत आधार से जोड़ने की दिसंबर की समयसीमा पर अडिग है।
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सभी डीमैट खाता धारकों को 31 दिसंबर 2017 तक अपने खातों को आधार से जोड़ना है। Sebi ने एक सर्कुलर भी जारी किया है जिसमें एक्सचेंजों को इस सिलसिले में ब्रोकर्स की तैयारी जानने के लिए कहा गया है। Sebi के सर्कुलर के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने 23 अगस्त तक अपने सभी सदस्य ब्रोकर्स को इसप र राय देने के लिए कहा है।
सह-अध्यक्ष रवि वेंकटेशन ने वित्त मंत्री से की मुलाकात
इंफोसिस के सह-अध्यक्ष रवि वेंकटेशन ने आज वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिक्का के अचानक से इस्तीफे के बाद कंपनी में अनिश्चितता के बीच यह मुलाकात हुई है।
सूत्रों के अनुसार वेंकटेशन ने मंत्री से मुलाकात की और ऐसा समझाा जाता है कि उन्हें इंफोसिस में जारी गतिविधियों के अलावा शेयरधारकों को सूचित करने के लिए उठाये जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी गई। इस बारे में इंफोसिस से फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं मिल पाई है।
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