नई दिल्ली। एलएंडटी इंफोटेक और क्वेस कॉर्प सहित इस साल अब तक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 16 आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (IPO) को मंजूरी दी है। आईपीओ से प्राप्त राशि का इस्तेमाल कंपनियों द्वारा कारोबार विस्तार तथा कार्यशील पूंजी की जरूरत को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
सेबी के आंकड़ों के अनुसार न्यू दिल्ली सेंटर फॉर साइट, निहिलेंट टेक्नोलॉजीज, जीवीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स, महानगर गैस, जीएनए एक्सल्स, मैनी प्रीसिशन प्रोडक्ट्स को भी अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए नियामक की मंजूरी मिली है।
कंपनियों का मानना है कि उनके शेयरों की सूचीबद्धता से उनका ब्रांड मूल्यांकन बढ़ेगा और मौजूदा शेयरधारकों को तरलता मिलेगी। सितंबर, 2015 से अप्रैल, 2016 के दौरान सेबी के पास मसौदे का विवरण जमा कराने वाली 16 कंपनियों को जनवरी से मई के दौरान आईपीओ के लिए मंजूरी मिली। इनमें से तीन कंपनियां इक्विटास होल्डिंग्स, थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज तथा उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज अपना आईपीओ ला चुकी हैं। इन कंपनियों ने आईपीओ से कुल मिलाकर 3,500 करोड़ रुपए जुटाए हैं। सूत्रों का कहना है कि शेष 12 कंपनियों द्वारा आईपीओ से कम से कम 5,200 करोड़ रुपए जुटाए जाने की उम्मीद है।
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