नई दिल्ली। नकदी-संकट से जूझ रहे होटल लीलावेंचर ने बुधवार को बताया कि पूंजी बाजार नियामक सेबी ने उसपर अपने चार होटल एवं अन्य संपत्ति को बेचने पर रोक लगा दी है। होटल लीलावेंचर कनाडा के इनवेस्टमेंट फंड ब्रुकफील्ड असेट मैनेजमेंट के साथ इस सौदे के लिए बातचीत कर रही थी।
18 मार्च को होटल लीलावेंचर लिमिटेड (एचएलवीएल) ने बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली और उदयपुर स्थित अपने चार होटल और एक संपत्ति को 3,950 करोड़ रुपए में ब्रुकफील्ड को बेचने की घोषणा की थी। कंपनी ने इसके लिए शेयरधारकों से मंजूरी मांगी थी और इसके लिए वोटिंग 24 अप्रैल को समाप्त हो रही है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने होटल लीलावेंचर को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उसे विविध कारोबार करने वाले आईटीसी समूह और अल्पांश शेयरधारक जीवन बीमा निगम से विरोध-पत्र मिला है।
आईटीसी ने होटल लीलावेंचर के खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) का भी दरवाजा खटखटाया है। आईटीसी ने होटल लीलावेंचर पर उत्पीड़न और कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। होटल लीलावेंचर ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा है कि इस मामले में सेबी को होटल लीलावेंचर के खिलाफ विरोध पत्र/अरोप मिले हैं। सेबी ने प्रतिभूति बाजार में निवेशकों के हितों को लेकर चिंता जताई है। सेबी आपत्तियों की जांच कर रहा है, जिसमें काफी वक्त लग सकता है। सेबी ने अगले आदेश तक होटल लीला वेंचर को प्रस्तावित बिक्री सौदे पर आगे बढ़ने से रोका है।
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