नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 4000 करोड़ रुपए जुटाने के लिए अतिरिक्त टियर-1 बांड्स बिक्री की घोषणा की है। बैंक ने कहा कि इन बांड्स पर निवेशकों को 7.74 प्रतिशत की दर से वार्षिक ब्याज का भुगतान किया जाएगा। किसी बैंक द्वारा इस तरह के बांड्स पर यह अब तक का सबसे कम कूपन रेट है। देश में 2013 में बेसल 3 कैपिटल नियम लागू किए गए हैं, जिसके तहत बैंक बांड्स जारी कर पैसा जुटाते हैं।
एसबीआई के डिप्टी एमडी (फाइनेंस) स्वामीनाथन जे ने कहा कि इन बांड्स को मिली भारी प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट होता है कि स्टेट बैंक की प्रतिभूतियां गोल्ड स्टैंडर्ड वाली होती हैं इसलिए निवेशक इनमें भारी निवेश करते हैं। इन बांड्स पर मिलने वाले ब्याज का भुगतान इक्विटी से बेहतर है और यह जोखिम समयोजन के साथ निवेशकों को रिटर्न प्रदान करता है। यह बांड्स निवेशक और बैंक दोनों के लिए बेहतर हैं।
भारतीय स्टेट बैंक को स्थानीय रेटिंग एजेंसियों द्वारा एएए क्रेडिट रेटिंग प्रदान की गई है। इसके एटी1 बांड्स को एए+ रेटिंग मिली है, जो इस तरह के बांड को देश में मिलने वाली रैंकिंग में सबसे अधिक है। बैंक का यह बांड्स हाइब्रिड और हाई-रिस्क रिटर्न प्रकृति का है।
पांच साल बाद बैंक अपने इन बांड्स की वापस खरीदारी कर सकता है। इससे पहले एसबीआई ने पिछले महीने टियर-2 बांड्स को जारी किया था, जिसके जरिये बैंक ने 8931 करोड़ रुपए जुटाए थे। इन बांड्स पर बैंक ने 6.80 प्रतिशत ब्याज दिया था। इन दोनों बांड्स का प्रबंधन एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
Latest Business News