नई दिल्ली। जिस दिन वित्त मंत्री अरुण जेटली देश का बजट पेश करेंगे, उसी दिन सरकारी बैंकों के कर्मचारी हड़ताल करेंगे। एसबीआई से लेकर तमाम सरकारी बैंकों के कर्मचारी इस दिन हड़ताल पर रहेंगे, जिससे आम जनता को बैंकिंग लेनदेन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारियों द्वारा सोमवार को हड़ताल पर जाने की चेतावनी के बीच भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा है कि उसके कर्मचारियों का एक वर्ग 29 फरवरी की हड़ताल में शामिल हो सकता है। इसी दिन वित्त मंत्री अरुण जेटली आम बजट पेश करेंगे। बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में एसबीआई ने कहा कि ऑल इंडिया स्टेट बैंक ऑफिसर्स फैडरेशन इस हड़ताल में शामिल होगी। इसी तरह अलग से भेजी सूचना में सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक इंडियन बैंक ने कहा है कि उसके कर्मचारियों का एक वर्ग भी इस प्रस्तावित हड़ताल में शामिल हो सकता है।
क्यों बुलाई गई है हड़ताल
सार्वजनिक क्षेत्र (पीएसयू) के बैंक अधिकारियों के एक तबके ने धनलक्ष्मी बैंक अधिकारी संगठन के महासचिव, पीवी मोहनन के निष्कासन के खिलाफ 29 फरवरी को हड़ताल पर जाने का आह्वान किया है। अगर यह हड़ताल होती है तो यह संसद में वर्ष 2016-17 के बजट के दौरान होगा। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (एआईबीओसी) के महासचिव हरविन्दर सिंह के अनुसार उसके सदस्य 29 फरवरी को एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाएंगे, क्योंकि मोहनन, जो एआईबीओसी के केरल प्रदेश के अध्यक्ष भी हैं, को काला कानून लागू करते हुए धनलक्ष्मी बैंक की सेवाओं से निष्कासित कर दिया गया था।
धनलक्ष्मी बैंक पुरानी पीढ़ी के निजी क्षेत्र की बैंक है, जो केरल से बाहर स्थित है। उन्होंने कहा, चूंकि हर प्रयासों के बावजूद प्रबंधन के साथ सुलह सुफाई वाली बैठक में मामले का कोई समाधान नहीं निकला इसलिए हड़ताल पर जाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। उन्होंने दावा किया कि एसोसिएशन के करीब 2.75 लाख अधिकारी इसके सदस्य हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और आंध्र बैंक सहित कई बैंकों ने हड़ताल के आह्वान को देखते हुए ग्राहकों को इससे होने वाली दिक्कतों के बारे में पहले ही परामर्श जारी कर दिए हैं।
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