नई दिल्ली। देश की सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट एमसीएलआर में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है। इससे अब होम, ऑटो और अन्य लोन की ब्याज दर भी बढ़ जाएगी। स्टेट बैंक के इस फैसले का अन्य बैंकों पर भी असर होगा और जल्द ही अन्य बैंक भी एमसीएलआर में वृद्धि करेंगे। एसबीआई की नई एमसीएलआर शनिवार 1 सितंबर से प्रभावी हो चुकी है।
एसबीआई ने तीन साल की अवधि तक वाले सभी तरह के लोन के लिए ब्याज दर 20 आधार अंक बढ़ाई है। अब एसबीआई के एक रात और एक माह अवधि के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) 8.1 प्रतिशत है, जो कि पहले 7.9 प्रतिशत थी।
एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर 8.25 प्रतिशत से बढ़कर अब 8.45 प्रतिशत हो गई है। अधिकांश रिटेल लोन की गणना एक साल वाली एमसीएलआर पर होती है। तीन साल की अवधि के लिए एमसीएलआर 8.45 प्रतिशत से बढ़कर अब 8.65 प्रतिशत हो गई है।
आरबीआई द्वारा रेपो रेट 25 आधार अंक बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत करने के निर्णय के एक महीने बाद एसबीआई ने एमसीएलआर में यह वृद्धि की है। आरबीआई ने 6 जून को रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 6.25 प्रतिशत कर दिया था। 28 जनवरी 2014 के बाद से आरबीआई ने पहली बार रेपो रेट में वृद्धि की थी।
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