SBI ने तमिलनाडु में लगाई ATM से कैश निकालने पर रोक, तकनीकी खामी बताई वजह
चोरों को पकड़ने के लिए एडिशनल कमिश्नर एन कन्नन के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
चेन्नई। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने पूरे तमिलनाडु में अपने एटीएम की सेवा को रोक दिया है। बैंक ने यह कदम दो सदस्यीय एक गैंक द्वारा टेक्नीकल खामियों का फायदा उठाकर एटीएम से 48 लाख रुपये की चोरी करने के बाद उठाया है। तमिलनाडु में अब एसबीआई उपभोक्ता एटीएम से पैसा नहीं निकाल सकेंगे, क्योंकि बैंक प्रबंधन ने सावधानी व सुरक्षा उपायों के तहत एटीएम परिचालन को बंद करने का निर्णय लिया है।
इससे पहले सोमवार को बैंक ने एटीएम केंद्रों के बार पोस्टर लगाकर यह कथा कि कैश डिपोजिट मशीन (सीडीएम) में कुछ तकनीकी गड़बड़ी के कारण रिसायकलर्स में कैश निकालने की सुविधा कुछ समय के लिए अनुपलब्ध रहेगी। सीडीएम का उपयोग एटीएम की तरह किया जाता है। बैंक ने अपने उपभोक्ताओं से कहा था कि वह धन निकासी के लिए सीडीएम की जगह एटीएम का उपयोग करें। हालांकि, अब एटीएम से भी नकद निकासी की सुविधा को बंद कर दिया गया है।
एसबीआई चीफ जनरल मैनेजर आर राधाकृष्णा ने कहा कि और चोरी को रोकने के उपायों के तहत, हमनें सभी मशीनों को बंद कर दिया है, जिनमें समस्या थी। वर्तमान में ये मशीनें अब काम नहीं करेंगी। चोरों ने केवल एक ही प्रकार की कैश डिपोजिट मशीन से चोरी की है। चोरों को पकड़ने के लिए एडिशनल कमिश्नर एन कन्नन के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
बांड जारी कर 14,000 करोड़ रुपये जुटाएगा एसबीआई
सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के केंद्रीय निदेशक मंडल ने बासेल-तीन नियमों के अनुरू बांड जारी कर 14,000 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ये बांड भारतीय मुद्रा या अमेरिकी मुद्रा में जुटाने का प्रस्ताव है। बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल की 21 जून को हुई बैठक में चालू वित्त वर्ष के दौरान अमेरिकी डॉलर या भारतीय मुद्रा में बासेल-तीन अनुकूल बांड जारी कर पूंजी जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसके तहत बैंक की योजना भारत सरकार की मंजूरी के बाद 14,000 करोड़ रुपये तक नई अतिरिक्त टियर एक पूंजी जुटाने की है।
टियर एक-पूंजी से आशय बैंक की मुख्य पूंजी से होता है। इसमें बैंक के वित्तीय बही-खाते में शामिल घोषित भंडार और इक्विटी पूंजी शामिल होती है। कोई बैंक नियमित आधार पर कामकाज के लिए टियर-एक पूंजी का इस्तेमाल करते हैं। बासेल-तीन पूंजी नियमनों को पूरा करने के लिए वैश्विक स्तर पर बैंकों को अपनी पूंजी योजना प्रक्रियाओं को मजबूत करने की जरूरत होती है।
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