मुंबई: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा रेपो दर में कटौती का लाभ ग्राहकों तक तेजी से पहुंचने की उम्मीद व्यक्त किये जाने के एक दिन बाद देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने मंगलवार को अपनी सभी अवधि के कर्ज पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत कटौती की घोषणा कर दी।
बैंक की यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि नयी दरें बुधवार से प्रभावी हो जायेंगी। चालू वित्त वर्ष में बैंक ने यह तीसरी कटौती की है। इससे पहले वह अप्रैल एवं मई में ब्याज दर में 0.05-0.05 प्रतिशत कर चुका है। इस दौरान उसके आवास ऋण पर ब्याज दर में 0.20 प्रतिशत की कमी आयी है।
देश के सबसे बड़े वाणिज्यक बैंक ने कहा है कि एक वर्ष की अवधि के कर्ज पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) यानी कर्ज की न्यूनतम ब्याज दर को 0.05 प्रतिशत घटाकर 8.40 प्रतिशत कर दिया गया है। बैंक ने एक जुलाई से रेपो दर से जुड़े आवास ऋण उत्पाद पेश किया है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आम बजट पेश होने के बाद वित्त मंत्री के साथ होने वाले पारंपरिक बैठक के मौके पर सोमवार को कहा था कि रेपो दर में एक के बाद एक तीन बार में 0.75 प्रतिशत कटौती किये जाने के बाद उन्हें बैंकों द्वारा इसका लाभ ग्राहकों तक जल्द पहुंचाये जाने की उम्मीद है।
मौद्रिक नीति की जून में हुई समीक्षा के बाद रेपो दर में 0.25 प्रतिशत कटौती होने पर बैंक आफ महाराष्ट्र, कार्पोरेशन बैंक, ओरिएंटल बैंक और आईडीबीआई बैंक ने अपनी एमसीएलआर दर को 0.05 से 0.10 प्रतिशत तक कम किया है। मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 5 से 9 अगस्त के बीच होगी।
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