नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने शुक्रवार को विभिन्न अवधि वाली सभी सावधि जमाओं पर मिलने वाले ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत तक की कटौती करने की घोषणा की है। बैंक के इस कदम से बचत के लिए निवेश करने वालों को कम रिटर्न मिलेगा।
एसबीआई ने अपने बयान में कहा है कि घटते ब्याज दरों के माहौल में और अत्यधिक तरलता के चलते बैंक ने सावधि जमा पर अपनी ब्याज दरों में 26 अगस्त, 2019 से कटौती करने का फैसला किया है। देश के सबसे बड़े बैंक द्वारा एफडी पर ब्याज दर घटाने से यह उम्मीद की जा रही है कि अन्य सभी बैंक भी जल्द ही इसका अनुसरण करेंगे।
बैंक ने सभी अवधि के रिटेल टर्म डिपॉजिट पर 10 से 50 आधार अंक और बल्क टर्म डिपॉजिट पर 30 से 70 आधार अंक की कटौती की है। बैंक ने 7 से 45 दिन की परिवक्ता वाली एफडी पर ब्याज दर को मौजूदा 5 प्रतिशत से घटाकर 4.5 प्रतिशत कर दिया है।
इसी प्रकार 46 से 179 दिन की एफडी पर ब्याज की दर को 0.25 प्रतिशत कम कर 5.5 प्रतिशत कर दिया है। 180 दिन से लेकर एक साल से कम की परिवक्ता वाली एफडी पर ब्याज की नई दर 6 प्रतिशत होगी, जो वर्तमान में 6.25 प्रतिशत है। एक से दो साल की परिवक्वता वाली एफडी पर ब्याज दर 0.10 प्रतिशत घटाकर 6.70 प्रतिशत कर दी गई है।
5 से 10 साल वाली एफडी पर ब्याज की दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत किया गया है। बैंक ने बचत खातों पर मिलने वाली ब्याज दर में कोई परिवर्तन नहीं किया है। बचत खाता धारकों के हितों की रक्षा के लिए बैंक ने 1 लाख रुपए से अधिक की शेष राशि वाले बचत खातों पर 3.5 प्रतिशत ब्याज दर को बरकरार रखा है। 1 मई, 2019 से एसबीआई ने बचत बैंक जमा के ब्याज दर को रेपो रेट के साथ लिंक कर दिया है।
Latest Business News