नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वित्त वर्ष 2017-18 के शुरुआती 10 महीने यानी अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 के दौरान 41.16 लाख खाते बंद कर दिए हैं। यह खुलासा सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारियों से हुआ। अब SBI ने इन बंद हुए खातों को लेकर सफाई दी है। बैंक का कहना है कि इन खातों को बैंक ने अपने आप बंद नहीं किया है।
SBI ने दलील दी है कि उसके यहां बचत खातों की संख्या 41 करोड़ है। चालू वित्त वर्ष के दौरान 2.10 लाख नए बचत खाते खोले गए जिनमें से 1.10 करोड़ खाते प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खुले हैं। जनधन योजना वाले खातों पर मीनिमम एवरेज बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है।
SBI का कहना है कि अप्रैल 2017 में सहयोगी बैंकों का SBI में विलय होने के बाद सहयोगी बैंकों के बचत खातों की संख्या भी इसमें शामिल हो गई। ग्राहकों के खाते SBI के साथ-साथ सहयोगी बैंकों में होने की वजह से बंद हुए बचत खातों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है। जो ग्राहक मीनिमम मंथली एवरेज बैलेंस बरकरार नहीं रख सकते उन्हें अपने बचत खातों को बिना किसी शुल्क के BSBD खातों में बदलने का विकल्प दिया गया। 1 अप्रैल 2018 से SBI ने एवरेज मंथली बैलेंस न मेंटेन करने पर लगने वाले शुल्क को 75% घटा दिया है।
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