नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने गुरुवार को कहा है कि वह अभी और बैंकों का अधिग्रहण करने की स्थिति में नहीं है। एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि अभी हम और बैंकों का खुद में विलय करने की स्थिति में नहीं हैं। पिछले साल किए गए एकीकरण का क्या प्रभाव हुआ है यह जानने में हमें दो से तीन साल लगेंगे।
एसबीआई ने पिछले साल अपने पांच अनुषंगी बैंकों तथा भारतीय महिला बैंक का खुद में विलय किया था। इससे एसबीआई के दुनिया के 50 सबसे बड़े बैंकों में आ गया । कुमार ने कहा, ‘‘हम और बैंकों का अधिग्रहण करने के लिए सही उम्मीदवार नहीं हैं। अभी हमें यह देखना है कि पिछले साल किए गए एकीकरण का क्या लाभ मिला है। इसमें हमें दो से तीन साल लगेंगे।’’
उन्होंने कहा कि 23 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ एसबीआई सबसे बड़ा बैंक है। और एकीकरण से बैंक एकाधिकार की स्थिति में आ जाएगा। हालांकि, इसके साथ ही कुमार ने कहा कि देश को बेहतर प्रबंधन के लिए एकीकरण के जरिये सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या और कम करने की जरूरत है। एसबीआई प्रमुख का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि सरकार ने पिछले दिनों बैंक आफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय की घोषणा की है।
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