सियोल। सैमसंग के उत्तराधिकारी जे वाय ली की भ्रष्टाचार मामले में संलिप्तता के मद्देनजर अभियोजक पक्ष ने उनसे रातभर पूछताछ की, जिसके बाद वह शुक्रवार को घर लौट आए। हालांकि उनकी गिरफ्तारी के बारे में रविवार को फैसला लिया जाएगा। इस स्कैंडल में दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हे पर महाभियोग चल रहा है।
समाचार एजेंसी योनहाप ने जांच दल के प्रवक्ता ली क्यू चुल के हवाले से बताया गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि उपाध्यक्ष ली की गिरफ्तारी का फैसला शनिवार या रविवार को लिया जाएगा।
- जे वाय ली पर संदेह है कि उनके समूह ने पार्क की साथी चोई सून सिल को वित्तीय सहायता प्रदान की थी।
- कंपनी के उपाध्यक्ष ली को चोइ सून सिल को वित्तीय मदद पहुंचाने के संदेह पर गुरुवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
- इस स्कैंडल के पीछे चोइ को प्रमुख साजिशकर्ता के रूप में देखा जा रहा है, जिसने पार्क से नजदीकियों के चलते कारोबार में लाभ उठाया।
- अभियोजक पक्ष को विश्वास है कि सैमसंग समूह ने चोइ के स्वामित्व वाली जर्मनी की कंपनी के साथ 1.86 करोड़ डॉलर का करार किया और चोइ की 20 वर्षीया बेटी के प्रशिक्षण के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई।
- सैमसंग ने चोइ द्वारा संचालनरत दो गैर लाभकारी संस्थाओं को 1.73 करोड़ डॉलर की राशि भी अनुदान में दी।
- सैमसंग प्रमुख ने हालांकि जोर देकर कहा कि उन्होंने सोचा था कि यह पैसा अच्छे काम के लिए दिया जा रहा है।
- यह संदेह था कि सैमसंग की सहायक कंपनियों के बीच 2015 में हुए एक बड़े विलय समझौते के लिए राष्ट्रीय पेंशन सेवा से समर्थन के बदले में इन अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे।
तस्वीरों में देखिए सैमसंग के वियरेबल प्रोडक्ट्स
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- सैमसंग ने चंदा देने की बात स्वीकार की, लेकिन इस बात से इनकार किया है कि यह विलय की प्रक्रिया के पक्ष में पक्षपात प्राप्त करने के लिए दिए गए थे।
- जे वाय ली ने अपने पिता ली कुन हुई के मई 2014 में हृदयाघात का शिकार होने के बाद सैमसंग समूह की बागडोर संभाली थी।
- ली कुन अभी भी अस्पताल में हैं और बोलने में असमर्थ हैं।
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